सुझाव को ग्राम सभा विकास योजना में सम्मिलित करें
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जनपद पौड़ी के कोट ब्लॉक की न्याय पंचायत जामनाखाल के मिलन केंद्र में पंचायत राज निदेशालय उत्तराखंड के तत्वाधान में प्रयास स्वयं सेवी संस्था डाकपत्थर के द्वारा त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों हेतु सतत विकास लक्ष्यों का स्थायीकरण विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया कार्यशाला का शुभारंभ वीरेंद्र सिंह प्रधान जामना खाल एवं आशा देवी प्रधान संडा ने संयुक्त कर कमलों रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर सचिन कुमार ने स्वच्छ पेयजल पर चर्चा करते हुए लोगों को बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्वच्छ पर्याप्त गुणवत्तापूर्ण पानी किस प्रकार आपके घरों तक पहुंचाने के लिए सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कुपोषण मुक्त एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर बालिकाओं को उन्नत किया जा सकता है। ग्राम प्रधान वीरेंद्र सिंह ने लोगों से अपील की कि वे इस कार्यशाला में दिए गए सुझावों को ग्राम सभा विकास योजना में सम्मिलित करें।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष हरपाल सिंह पंवार ने पंचायत राज अधिनियम के 73 संशोधन अधिनियम एवं पंचायत राज व्यवस्था के ऐतिहासिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए उत्तराखंड पंचायत राज अधिनियम राज्य विजन दस्तावेज 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु निर्धारित किए गए 17 लक्ष्यों को 9 थीम के बारे में बताया। उन्होंने प्रथम थीम गरीबी उन्मूलन एवं आजीविका युक्त गांव की परिकल्पना को साकार करते हुए गांव में संचालित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने अनुरोध किया कि ग्राम पंचायत के पदाधिकारी, वार्ड मेंबर एवं प्रधान इन विभागों से संपर्क कर प्रशिक्षण कार्यशाला से ली गई जानकारी को ग्राम पंचायत विकास योजना में सम्मिलित करते हुए योजना बनाएं। इस अवसर पर सोनू कुमार ने स्वस्थ गांव की परिकल्पना को साकार करने के लिए दिए गए प्रावधानों को क्रियान्वित की गई योजनाओं की जानकारी देते हुए और उन को लागू करने के लिए नियुक्त किए गए कर्मचारियों के बारे में सविस्तार बताया। कार्यशाला में ग्राम प्रधान संडा श्रीमती आशा देवी, ग्राम प्रधान कुंजी रजनी देवी, ग्राम प्रधान बाल मना रीना देवी, ग्राम प्रधान कंडोला बबली देवी, ग्राम प्रधान गारो लगाओ श्रीमती रामेश्वरी देवी, ग्राम प्रधान कांडा संदीप सिंह, श्रीमती महेश्वरी, रीना देवी, विमला देवी, बृजमोहन, तिरुपति, राजेंद्र प्रसाद, सीखा, पूनम देवी आदि मौजूद थे।