त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को दिया प्रशिक्षण
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड राज्य के ग्राम स्वरोजगार अभियान के तहत पंचायती राज विभाग के सहयोग से त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों एवं रेखीय विभागों के कार्मिकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हो गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत कनिष्ठ प्रमुख शशि नेगी, प्रधान संगठन के अध्यक्ष विजय पाल राणा एवं सहायक विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि कमल सिंह पंवार, सहायक विकास अधिकारी पंचायत अनिल चंद पंत द्वारा दीप प्रज्जवल के साथ किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ में शिवालिक एजुकेशनल सोशल वेलफेयर ह्यूमन रिसोर्स सोसाइटी के सचिव उत्तम सिंह रावत एवं मुख्य प्रशिक्षक कमल सिंह रावत द्वारा पंचायत राज के सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए 9 थीमों पर कार्य करने को लेकर जानकारी दी गई। पंचायतों को बैठक में दिशा और दशा देने के साथ ही प्राथमिकताओं के आधार पर योजनाओं का निर्माण करने, 9 थीमों को समय से पहले पूरा करने पर जोर दिया गया जिसमें गरीबी मुक्त और उन्नत आजीविका गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितेषी गांव, जल पर्याप्त गांव, स्वच्छ और हरा भरा गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे युक्त गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासन युक्त गांव, महिला हितेषी गांव को ध्यान में रखते हुए बेहतर समाज का निर्माण करना है। खंड विकास अधिकारी कमल सिंह रावत द्वारा समस्त प्रधानों को संबोधित करते हुए बताया गया कि सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण के लक्ष्य 2030 से पूर्व हासिल करने में ग्राम प्रधानों का अहम योगदान साबित होगा। प्रशिक्षक कुलदीप सिंह द्वारा थीम तीन बाल हितेषी गांव के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। प्रधान संगठन के अध्यक्ष विजयपाल राणा द्वारा प्रशिक्षण में आए प्रधानों से कार्यक्रम की सफलता के लिए आह्वान किया गया। कनिष्ठ प्रमुख शशि नेगी द्वारा जनप्रतिनिधियों को एकजुट होकर समस्त सतत विकास लक्ष्यों के 9 थीमों पर कार्य करने तथा ग्रामीण लोगों को इसके महत्व को समझाते हुए बताया गया कि हर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक किया जाए। इस मौके पर कनिष्ठ प्रमुख शशि नेगी, प्रधान ग्राम संगठन के अध्यक्ष विजयपाल राणा एवं सहायक खंड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, मुख्य प्रशिक्षक कुलदीप सिंह, कमल सिंह रावत, अनूप बडोनी, अंकुर बिष्ट, अभिनव पंत, देवेंद्र नेगी आदि मौजूद थे।