लाखों श्रद्घालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी
हरिद्वार। मकर संक्रांति स्नान पर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए श्रद्घालुओं की बड़ी भीड़ जुटी। सुबह चार बजे से श्रद्घालु हरकी पैड़ी और गंगा घाटों पर पहुंचने शुरू हो गए। श्रद्घालुओं के पहुंचने का सिलसिला शाम होने तक जारी रहा। हरकी पैड़ी समेत आसपास के गंगा घाटों पर श्रद्घालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर पुण्य लाभ कमाया। इस वर्ष शनिवार और रविवार को दो दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है। शनिवार को सुबह के समय ठंड के बावजूद लोगों की आस्था ठंड पर भारी पड़ती दिखी। शनिवार को हरिद्वार में लाखों श्रद्घालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। रविवार को शाम 6रू09 बजे तक संक्रांति रहेगी। पं़ मनोज त्रिपाठी ने बताया कि जब भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व माना गया है। मकर सक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान का भी विशेष महत्व होता है। गंगा स्नान करने के बाद तिल, खिचड़ी, गर्म कंबल आदि का दान किया जाता है। इसके साथ ही भगवान सूर्य की आराधना भी मकर संक्रांति को की जाती है। भगवान सूर्य की पूजा अर्चना कर अर्ध्य देने से दुखों और कष्टों से मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि सुबह से ही हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर दूर दूर से आए श्रद्घालु बड़ी संख्या में गंगा स्नान करने पहुंचते हैं। हरिद्वार गंगा में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्घालुओं कर्णपाल, भीम सिंह, रोहतास, गुंजन आदि का कहना है की मकर संक्रांति पर स्नान करने हरिद्वार पहुंचे हैं। गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर देश मे खुशहाली और घर में सुख समृद्घि की कामना की है। वहीं मकर संक्रांति पर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिगत कांवड़ मेले की तर्ज पर व्यवस्थाएं की। मेला क्षेत्र को सात जोन और 17 सेक्टर्स में बांटा गया। स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया रहा। इस दौरान बीडीएस, डग स्क्वायड के साथ सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई। शनिवार को स्नान के दौरान ट्रैफिक प्लान भी लागू रहा।