अब लोग माइक्रो कंटेनमेंट जोन से नहीं जा सकेगें बाहर, तैनात होगें पीआरडी जवान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में लोग अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन से बाहर नहीं जा सकेगें। स्थानीय प्रशासन ने माइक्रो कंटेनमेंट जोन की निगरानी के लिए जिला प्रशासन से 30 पीआरडी जवान देने की मांग की है। जल्द ही पीआरडी जवानों के कोटद्वार में तैनात होने की उम्मीद है।
कोटद्वार में सितम्बर माह की शुरूआत से ही कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। शायद ही ऐसा कोई क्षेत्रा होगा जहां कोरोना मरीज नहीं मिल रहे है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन उन स्थानों को सील कर रहा है, जहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोग मिल रहे है, लेकिन इस स्थानों से लोग निकल कर बाजार में घूम रहे है। जिससे लोगों में कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा बना हुआ है। पिछले एक सप्ताह में प्रशासन ने एसबीआई की मुख्य शाखा, तहसील, बैंक ऑफ इंडिया में कोरोना संक्रमित मिलने पर दो दिन के लिए सील किया था। जबकि गंगादत्त जोशी मार्ग में एक ही परिवार के चार सदस्य मिलने पर अगस्त माह के तीसरे सप्ताह माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया था। लेकिन सील गलियों में पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा कर्मियों के न होने से लोग चोरी छिपे बाजार में घूम रहे है। जिस कारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना बनी हुई है। कोटद्वार में लगातार बढ़ते मामले प्रशासन के लिए चिंता का विषय बने हुए है। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में फोर्स न होने के कारण माइक्रो कंटेनमेंट जोन में लोग पर निगरानी रखने में दिक्कत हो रही थी। शिकायत भी मिल रही है कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन के लिए बाजार सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों में घूम रहे है। इसी को देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी से 30 पीआरडी जवानों की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि जल्द ही जवान मिलने मिलने की संभावना है। इन पीआरडी जवानों की डयूटी माइक्रो कंटेनमेंट जोन में निवास कर रहे लोगों की निगरानी करने के लिए लगाई जायेगी।