कारोबार उजड़ने की आशंका से चिंतित हुए व्यापारी, विधायक से लगायी गुहार
रुद्रपुर। जी-20 की रामनगर में होने जा रही बैठक से पूर्व प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने को लेकर चलाए जा रहे अभियान से व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन की ओर से रामपुर-काठगोदाम नेशनल हाईवे पर सड़क के बीच से 100 फीट तक अतिक्रमण हटाने की चेतावनी और 12 मार्च तक खुद अतिक्रमण हटाने के मौखिक नोटिस के बाद व्यापारी लामबंद हो गए हैं। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष संजय जुनेजा के नेतृत्व में व्यापारियों ने मंगलवार को विधायक शिव अरोरा के कार्यालय में पहुंचकर उनको अपनी चिंताओं से रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि जी-20 के बहाने कई दशकों से यहां व्यापार करते आ रहे व्यापारियों को उजाड़ने की प्रशासन की मंशा है। उन्होंने इस कार्रवाई को रोकने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि अगर होली के दिन तक उन्हें राहत नहीं मिलती है तो वह गुरुवार को अपनी दुकानों की चाबी विधायक अरोरा को सौंप देंगे। फिर चाहे प्रशासन दुकानों को ध्वस्त करे या कुछ भी करे। उन्होंने विधायक अरोरा से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए समस्या के समाधान की मांग की है। मंगलवार को व्यापारी सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे बाजार में इकट्ठे हुए और वहां से जुलूस निकालते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधायक शिव अरोरा के कल्याणी व्यू स्थित कार्यालय पहुंचे। यहां भी व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष संजय जुनेजा ने कहा कि दशकों से व्यापार करने वाले दुकानदारों को हटाने का प्रशासन ने तुगलगी फरमान जारी किया है। उन्होंने कहा कि हाईवे के मध्य से 100 फीट तक को अतिक्रमण माना गया है। इस परिधि में प्रारंभिक तौर पर ही करीब 60 दुकानदार प्रभावित होंगे। इनकी संख्या बढ़ भी सकती है। उन्होंने कहा कि अगर जी-20 को लेकर यह कार्रवाई की जा रही है तो व्यापारियों को उजाड़ा न जाए। व्यापारी सहयोग को तैयार हैं। व्यापारियों को अगर तीन दिन अपनी दुकानें बंद भी करनी पड़ें तो वह कर देंगे। अन्य जगहों की तरह यहां भी पर्दा लगाकर समस्या का समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से बीते दिन अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के बाद दुकानदारों को 12 मार्च तक अतिक्रमण हटाने की मौखिक चेतावनी दी गई। ऐसे में ठीक होली के त्योहार पर व्यापारी अपना कारोबार उजड़ने की आशंका से चिंतित है। उन्होंने विधायक से जिलाधिकारी से वार्ता कर अभियान रुकवाने की मांग की।
ये व्यापारी रहे मौजूदरू अमरदीप सिंह, मंगू, मनीष मुंजाल, आशीष शाह, नरेन्द्र चावला, हरीश जुनेजा, अब्दुल रहमान, नरेश साहनी, मोहम्मद इकबाल, राजीव राठौर, बाबूराम, ओमप्रकाश, सानू खान, हरप्रसाद, केशव नारंग, अनुराग, हर्ष रावल, बिक्की रावल, अनिल कक्कड़, इदरीस सलमानी, हबीब सलमानी, नरेन्द्र सिंह, इन्द्रजीत सिंह,विनोद श्रीवास्तव, गुरविंदर सिंह, मोनू, सत्वंत कामरा, हरजिंदर सिंह, राजकुमार बांगा, राजामदान, भूरा, राज सोनकर, नंदकिशोर, दाताराम, अजय सक्सेना आदि।