उत्तराखंड

मिश्रित खेती अपनाएं किसान

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पिथौरागढ। एसबीआई ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के तत्वावधान में आयोजित 13 दिवसीय षि उद्यमी प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को किसान श्री सम्मान से सम्मानित सफल उद्यमी एवं पूर्व सैनिक केशव दत्त मखौलिया के धनौडा स्थित फार्म का प्रक्षेत्र भ्रमण किया । मखौलिया ने 2011 में सूबेदार मेजर रैंक से सेवा निवृत्त होने के बाद बागवानी और षि को अपना नैतिक कर्तव्य समझकर जैविक और प्रातिक खेती को अपनाया। जिसमें उनके द्वारा एकीत फार्मिंग एवं मिश्रित खेती के माध्यम से पाली हाऊस, मौन पालन, मुर्गी पालन, डेयरी फार्मिंग, सब्जी उत्पादन, पौध उत्पादन, नर्सरी प्रबंधन, जीवामृत, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, बीज शोधन पर शानदार उपलब्धिहासिलकी है। मखौलिया ने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभव साझा किए गए तथा एकीत फार्मिंग में आने वाली समस्याओं पर नियंत्रण संबंधी जानकारी दी। उन्होंने अपने फार्म हाउस पर अपने निजी प्रयासों से किसान भाईयों के लिए एक नई पहल किसान पाठशाला का भी क्रियान्वयन किया है। जो क्षेत्र के किसान काश्तकारो के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। किसान पाठशाला के माध्यम से जनपद में स्थित समस्त काश्तकारों को षि आधारित अपनी समस्याओ को रखने व समस्याओं के समाधान के लिए एक प्लेटफर्म तैयार किया गया है। जो आने वाले समय में हमारे किसान काश्तकारों के लिए उपयोगी रहेगा। कहा कि छोटी छोटी जोत में मिश्रित खेती एवं प्रातिक खेती के माध्यम से स्वरोजगारी बना जा सकता है। किसानों ने छोटे क्षेत्र में कई गई मिश्रित खेती किसानी को अनुकरणीय बताया।

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