मुनस्यारी-मिलम सड़क पर डेढ़ माह बाद हुई आवाजाही शुरू
मुनस्यारी । सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मुनस्यारी-मिलम सड़क पर आखिरकार डेढ़ माह के इंतजार के बाद आवाजाही शुरू हो गई। बीआरओ ने आपदा से टूटे जिमिघाट पुल का निर्माण पूरा कर मंगलवार को आवाजाही शुरू कराई। इससे सेना के साथ माइग्रेशन के 13 गांवों के लोगों को राहत मिली है। 17 व 18 जुलाई की रात भारी बारिश के बीच मुनस्यारी-मिलम सड़क पर जिमिघाट के पास पुल टूट गया था। इससे चीन सीमा पर स्थित भारतीय सेना की चौकियों मिलम, रेलकोट, बुगड़ियार व दुंग सहित साईपोलो, कुरीजिमिया, बुई, पातो, मिलम और माइग्रेशन के 13 गांवों का सड़क संपर्क टूट गया था। इसी सड़क से सेना की चौकियों तक खाद्यान्न व अन्य जरूरी सामान भेजा जाता है। पुल टूटने के बाद हरकत में आए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने जिमिघाट पुल बनाकर मंगलवार को आवाजाही शुरू कराई।
जिमिघाट के पास आपदा से टूटे पुल का निर्माण कर मंगलवार से आवाजाही शुरू करा दी गई। इससे माइग्रेशन वाले गांवों और सेना की चौकियों में पहुंचना आसान हो जाएगा। -जयबीर सिंह, उपकमान अधिकारी, बीआरओ