असम राइफल के जवानों ने की समान काम समान वेतन की मांग
रुद्रपुर। असम राइफल्स पूर्व सैनिक कल्याण संघ के संस्थापक और महासचिव सूबेदार (रि़) वीटी नायर केरला से सोमवार को खटीमा पहुंचे। उन्होंने यहां पूर्व सैनिकों के साथ बैठक की और आगामी चुनाव से पहले एकजुट होने का आह्वान किया। कहा कि अब समय सरकार को वोट के माध्यम से अपनी ताकत का एहसास कराने का है। सोमवार को अमाऊ में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए नायर ने कहा कि सरकार असम राइफल्स से सेना की तर्ज पर काम लेती है, लेकिन वेतन और पेंशन पुलिस की तर्ज पर दी जाती है। जबकि संविधान के अनुच्टेद 14 में समान काम समान वेतन का प्रविधान है। इसका प्रमुख कारण है कि असम राइफल्स को दो मंत्रालयों से कमांड किया जाता है। असम राइफल्स से ड्यूटी रक्षा मंत्रालय से ली जाती है। जबकि वेतन भत्ता गृह मंत्रालय द्वारा दिया जाता है। जिसके लिए संगठन कोर्ट में गया है और संगठन को कोर्ट पर पूरा भरोसा है, लेकिन सरकार पर भरोसा नहीं रहा है। इसलिए आह्वान किया सभी लोग तैयार रहें। हमें सरकार को अपने वोट बैंक की ताकत दिखा कर अपनी बात मनवानी है। नायर के अनुसार वह 12 दिन के उत्तराखंड दौरे पर आए हैं और सभी जिलों में जाकर असम राइफल्स के पूर्व सैनिकों एकजुट कर रहे हैं। यहां असम राइफल्स राष्ट्रीय सचिव नारायण सिंह बिष्ट, पंजाब राज्य इकाई के सचिव सुरेंद्र सिंह बाजवा, जवाहर सिंह पोखरिया, उमेद सिंह मेहता, त्रिलोक सिंह रजवार, बद्री सिंह,भीम सिंह मेहता, दीवान सिंह खड़ायत,गोपाल दत्त ओली, पूरन चन्द,राजेन्द्र चन्द थे।