चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती को मंजूरी
देहरादून। केंद्र सरकार ने चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पहली बार बजट मंजूर कर दिया है। इसके तहत चारधाम व यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती होगी। वहां तैनात डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी व अस्पतालों में इलाज की नई सुविधाएं विकसित की जाएंगी। सरकार ने चारधाम में देशभर से लाखों की संख्या में तीर्थ यात्रियों के आने की वजह से केंद्र से आर्थिक सहायता देने की मांग की थी। इसके तहत अलग अलग योजनाओं के प्रस्ताव केंद्र को भेजे गए थे। जिनमें से कई प्रस्तावों पर केंद्र ने मंजूरी दे दी है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि केंद्र ने चारधाम में तैनात डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन भत्ता देने, श्रीनगर में हार्ट रोगियों के इलाज के लिए कैथ लैब खोलने, आधुनिक ऑपरेशन थिएटर खोलने, चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती के लिए बजट मंजूर किया है। उन्होंने बताया कि चारधाम व यात्रा मार्ग पर पहले चरण में 100 स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती होगी जिन्हें प्रतिदिन 570 रुपये मानदेय के रूप में दिए जाएंगे।
स्वास्थ्य कर्मियों को इस तरह मिलेगा प्रोत्साहन
केदारनाथ में तैनात डॉक्टरों को 1500 , पैरामेडिकल व नर्सेस को 1000 , चुतुर्थ श्रेणी कर्मियों को 700 रुपये प्रतिदिन। बद्रीनाथ, घांघरिया, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही केदारनाथ रूट पर भीमबली से बड़ी लिंचोली के बीच तैनात डॉक्टरों को 1000, पैरामेडिकल एवं नर्सेस को 600 व चुतुर्थ श्रेणी को 400 रुपये प्रतिदिन। सोनप्रयाग से जंगल चट्टी तक तैनात डॉक्टरों को 700, पैरामेडिकल एवं नर्सेस को 500 व चुतुर्थ श्रेणी को 300 रुपये। रुद्रप्रयाग से फाटा तक तैनात डॉक्टरों को 400, पैरामेडिकल व नर्सेस को 250 एवं चुतुर्थ श्रेणी को 150 रुपये प्रतिदिन दिए जाएंगे। यात्रा रूट के अन्य स्थानों पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को भी अलग अलग दर से प्रोत्साहन दिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 29 करोड़ की योजनाओं को मंजूरी दी है। इससे यात्रियों की स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा होगा और वहां तैनात कर्मचारियों को राहत मिलेगी। यात्रियों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य मित्र तैनात होंगे और अस्पतालों में आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। -डॉ धन सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री