उत्तराखंड

सरकार के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का आज गांधी में धरना-प्रदर्शन

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देहरादून। कांग्रेस, वामदल, परिवर्तन पार्टी, जनतादल-एस सरकार की नीतियों के खिलाफ एक मंच पर आ गए। कांग्रेस के नेतृत्व में एक एक्शन प्लन कमेटी का गठन का किया जाएगा। पहले साझा कदम के रूप में देश की बेटियों के सम्मान और न्याय की मांग लेकर आज मंगलवार को गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस, सीपीआई-एम, सीपीआई, सीपीआई-एमएल, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, जनता दल-एस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों पर हमला बोला। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि वर्तमान सरकार लोगों के अधिकारों का हनन कर रही है।संवैधानिक मूल्यों पर लगातार चोट की जा रही है। इस वजह से राज्य में समान विचाराधारा के धर्मनिरपेक्ष दल एकजुट हो गए हैं। जल्द एक एक्शन प्लन कमेटी आंदोलन की रणनीति और रूपरेख तैयार करेगी।
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सरकार ने वर्ष 2022 तक हर परिवार को घर देने का वादा किया था। घर देना तो दूर कानून को ताक पर रख कर बसे बसाये लोगों को उजाड़ा जा रहा है। सीपीआई-एमएल के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि वन अधिकार कानून 2006 के स्पष्ट प्रावधानों के तहत लोगों को अपने परंपरागत वनों, नदियों, रेत ध् बजरी, और उनके 2005 से पहले से अधिकार में रही जमीनों पर हक है। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासचिव नरेश नौडियाल ने कहा कि चुनाव से पहले राज्य में सशक्त भू कानून की बात करने वाली सरकार अभी इस सवाल पर खामोश हैं। भाकपा की नेशनल कौंसिल सदस्य समर भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड जैसे शांतिप्रिय एवं सामाजिक सौहार्द वाले राज्य में डर और नफरत का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। माकपा के राज्य समिति सदस्य लेखराज ने ई- रिक्शा, टैक्सी मैक्सी चालक एवं छोटे मोटे कार्यों से जीविकोपार्जन करने वालों लोगों की समस्याओं को रखा।
कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने कहा कि जनता भाजपा का विकल्प तलाश रही है। मुख्य विपक्षी दल होने की वजह से कांग्रेस प्रदेश के सभी समान सोच और विचारधारा रखने वाले दलों से संपर्क साधेगी।
भाजपा राज में न्याय के लिए भटक रही है बेटियांरू करन माहरा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने कहा कि बेटी बचाओं बेटी पढाओं का नारा देने वाली सरकार ही लगातार बेटियों की उपेक्षा कर रही है, और बेटियों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार कर रही है। देश का मान सम्मान बढाने वाली स्वर्ण पदक विजेता महिला खिलाड़ी लम्बे समय से दिल्ली के जंतर मंतर पर अपनी आवाज को उठा रही हैं। लेकिन उनकी पुकार कोई सुनने को तैयार नहीं है। काबीना मंत्री के पीड़िताषिकेश के सुरेंद्र सिंह नेगी की पत्नी को 25 मई को इंसाफ की खातिर महापंचायत करनी पड़ रही है।

 

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