रिटायर्ड नेवी अधिकारी पर हमला: संजय राउत बोले
महाराष्ट्र बड़ा राज्य, किसी के साथ भी हो सकता है ऐसा
मुंबई , एजेंसी। मुंबई में नेवी के पूर्व अधिकारी पर शिवसैनिकों के हमले को लेकर शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा है कि हमलावरों ने घटना को अंजाम देने से पहले पार्टी से नहीं पूछा था। महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है और ऐसा किसी के साथ हो सकता है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार मानती है कि किसी निर्दोष पर हमला नहीं होना चाहिए। हालांकि, कानून तो किसी दोषी पर भी हमले की इजाजत नहीं देता। उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर से घायल अधिकारी को फोन किए जाने पर कहा कि वह दूसरे राज्यों में पूर्व सैनिकों पर हमला होने पर फोन नहीं करते हैं।
उद्घव ठाकरे का कार्टून शेयर करने की वजह से पूर्व अधिकारी पर शिवसैनिकों की ओर से किए गए हमले को लेकर संजय राउत ने कहा, आरोपियों ने ऐसा करने से पहले पार्टी से नहीं पूछा था। महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है। इस तरह की घटना किसी के साथ हो सकती है। क्या आप जानते हैं कि यूपी में कितने पूर्व सैनिकों पर हमला होता है? लेकिन रक्षा मंत्री उन्हें फोन नहीं करते हैं। हमारी सरकार मानती है कि किसी निर्दोष व्यक्ति पर हमला नहीं होना चाहिए।राउत ने कहा, महाराष्ट्र में हमेशा कानून का सम्मान किया जाता है। आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था। यह देखे बिना कि वे किसी पार्टी से जुड़े हुए हैं। हालांकि, आरोपियों को कुछ ही घंटों के बाद पुलिस ने जमानत दे दी थी। पुलिस ने शिवसेना नेता कमलेश कदम सहित छह नेताओं को पूर्व अधिकारी पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किया था।
मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे का एक कार्टून फरवर्ड करने की वजह से शिवसेना नेताओं ने मुंबई में रिटायर्ड नेवी अधिकारी मदन शर्मा पर हमला कर दिया था, जिसमें वह घायल हो गए।
उनको आंख में गंभीर चोट लगी है। शनिवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उनसे बात की और हालचाल लिया। रक्षामंत्री ने कहा कि पूर्व अधिकारियों पर इस तरह के हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस ने हमले के आरोप में शिवसेना नेता कमलेश कदम सहित छह आरोपियों को हिरासत में लिया लेकिन कुछ घंटों के भीतर उन्हें जमानत भी दे दी। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने नेवी से रिटायर्ड 65 वर्षीय अफसर पर इसलिए हमला किया क्योंकि उन्होंने वट्सऐप पर मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे को लेकर एक कार्टून फरवर्ड किया था। मुंबई के समता नगर पुलिस स्टेशन में कमलेश कदम और उनके 8-10 साथियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। ट्विटर पर इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें शिवसेना के कार्यकर्ता अधिकारी को पीटते दिख रहे हैं।