सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देकर ध्रुवीकरण की राजनीति से चुनाव जीतना चाहती हैं भाजपा सरकार : आर्य
हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने राज्य सरकार पर बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं का समाधान खोजने के बजाय राज्य में दहशत का माहौल बनाने वालों को शह देने का आरोप लगाया है। उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था पर भी चिंता जताई है। मीडिया को जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार को अपराधी का धर्म न देखते हुए उसे कानून के अनुसार सजा दिलानी चाहिए। पुरोला की घटना की जो तस्वीरें आ रही हैं वो देश-दुनिया को विचलित करने वाली हैं। पुलिस की मौजूद्गी में अल्पसंख्यकों की दुकानों को उजाड़ा जा रहा है। घटना में नामजद दो आरोपी दो अलग-अलग संप्रदायों से हैं, लेकिन एक ही संप्रदाय को निशाना बनाया जा रहा है। आर्य ने सवाल पूछा है कि उत्तराखंड के साथ दिल्ली की भाजपा सरकार को इस बात का अहसास नहीं है कि, उन बेगुनाह परिवारों पर क्या गुजर रही होगी, जिनकी दुकानों-मकानों को निशाने पर लेकर नुकसान पंहुचाया जा रहा है? उन्होंने इन घटनाओं पर केंद्र सरकार की चुप्पी पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा है कि ‘आखिर कितनी हिंसा के बाद राज्य और केंद्र सरकार अपना राजधर्म निभाएगी?
आर्य ने आरोप लगाया कि, जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, केंद्र और राज्य सरकार सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देकर ध्रुवीकरण की राजनीति कर चुनाव जीतना चाहती हैं। हिंसा के इस माहौल के कारण शांत राज्य माने जाने वाले उत्तराखंड की छवि पूरी दुनिया में बिगड़ रही है। पीढ़ियों से साथ रह रहे अलग-अलग संप्रदायों के बीच का भाईचारा खत्म करने की साजिश की जा रही है। कहा कि हेट स्पीच मामले में सुप्रीम कोर्ट पहले ही उत्तराखंड की खिंचाई कर चुकी है। अब उच्च न्यायालय ने भी सरकार से जवाब मांगा है। कांग्रेस पार्टी इस मामले में प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर दोषी को सजा दिलाने और निर्दोष को संरक्षण देने की मांग करती है।