नियमों के उल्लंघन को लेकर दर्ज मुकदमे के खिलाफ आईएमए से जुडे़ चिकित्सकों में रोष, काली पट्टी बांध किया काम
देहरादून। कोरोना जांच के दौरान निजी लैब के बाहर नियमों के उल्लंघन को लेकर दर्ज मुकदमे के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) से जुड़े चिकित्सकों को आक्रोश बढ़ गया है। आईएमए से जुड़े निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने बुधवार को बांह पर काली पट्टी बांधकर काम किया। आईएमए देहरादून की सचिव डॉ. रूपा जे हंसपाल ने कहा कि प्रशासन की तरफ से बीते दिनों आहुजा पेथौलॉजी लैब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कराया है। लैब में कोरोना मरीजों की जांच होती है। आरोप है कि सेंपल कलेक्शन के दौरान यहां महामारी नियमों की अनदेखी हुई। आईएमए का तर्क है कि हाल में कई निजी लैब से जांच अनुमति वापस ले ली गई। ऐसे में सीमित संख्या में लैब बची हैं। जिन पर लोड बढ़ गया है। कहा कि जिस दिन की घटना को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है, उस दिन लैब में सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा था। मामले को लेकर आईएमए की ओर से डीएम को ज्ञापन भेजा गया है, जिसमें कहा कि कोरोनाकाल में चिकित्सक हाई रिस्क पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना बढ़ने के के साथ जांच लैबों पर दबाव बढ़ रहा है। ऐसी स्थित में पुलिस और प्रशासन को मदद करनी चाहिए। डीएम को भेजे ज्ञापन में प्रशासन के सहयोगी रूप की मांग की गई है। डा. रूप हंसपाल ने कहा कि लैब पर दर्ज मुकदमा वापस नहीं होने तक डाक्टर बांह पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।