यूपीसीएल में ईडी के पदों पर प्रमोशन, निदेशक पद पर खामोशी
देहरादून। ऊर्जा निगम में अधिशासी निदेशक के खाली पदों पर प्रमोशन कर दिए गए हैं। ईडी तकनीकी और ईडी एचआर के पद पर प्रमोशन के साथ अधीक्षण अभियंता के प्रमोशन को लेकर बंद लिफाफे को भी खोल कर प्रमोशन कर दिया गया है। हालांकि निदेशकों के खाली पदों पर खामोशी बनी हुई है। ऊर्जा निगम में अधिशासी निदेशक तकनीकी का पद कई सालों से खाली चला आ रहा था। इस बार इस पद पर मुख्य अभियंता सतीश चंद्र शाह को पदोन्नत कर दिया गया है। हालांकि शाह से सीनियर मुख्य अभियंता एसके टम्टा थे, लेकिन क्रिएट भुगतान विवाद में चार्जशीट मिलने और चार्जशीट का निस्तारण न होने से उनका प्रमोशन नहीं हो पाया। दूसरी ओर अधिशासी निदेशक एचआर का हाल ही में बहुत तेजी के साथ सृजित हुए पद पर भी रातों रात पदोन्नति कर दी गई है।
ईडी एचआर के इस पद पर जीएम लीगल आरजे मलिक का प्रमोशन किया गया। मलिक जीएम लीगल पद पर पदोन्नत होने से पहले कंपनी सचिव रहे। कंपनी सचिव पद पर नियुक्ति को लेकर बोर्ड ने विधिवत प्रस्ताव पास कर पे प्रोटेक्शन के तहत पांच इंक्रीमेंट का भी लाभ दिया। पवर इंजीनियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष युद्घवीर सिंह तोमर को भी लंबे इंतजार के बाद अधीक्षण अभियंता पद पर प्रमोशन का लाभ मिला। एक मामले में मिली चार्जशीट के क्लीयर न होने से उनके प्रमोशन का लिफाफा बंद था। चार्जशीट क्लीयर होने के बाद उन्हें भी पदोन्नत कर दिया गया। एमडी अनिल कुमार ने प्रमोशन की पुष्टि की।
निदेशक कमर्शियल पर शासन तक खामोश
केंद्र सरकार की गाइड लाइन के तहत यूपीसीएल में निदेशक एचआर और निदेशक प्रोजेक्ट का पद समाप्त कर दिया गया है। निदेशक एचआर के पद समाप्त करने से लेकर ईडी एचआर का पद सृजित करने में तो निगम मैनेजमेंट ने गोली की रफ्तार से काम किया। निदेशक प्रोजेक्ट का पद समाप्त कर निदेशक कमर्शियल का पद सृजित करने के मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है। जबकि आज के समय यूपीसीएल में सबसे अहम पद निदेशक कमर्शियल का है।