कोटद्वार पुलिस ने अंतर्राज्यीय स्तर के टप्पेबाज गिरोह का किया पर्दाफाश
सांसी गिरोह की दो महिलाओं को किया गिरफ्तार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोतवाली पुलिस ने अंतर्राज्यीय स्तर के टप्पेबाज गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने टप्पेबाजी करने वाली सांसी गिरोह की दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। साथ ही चोरी की गयी शत प्रतिशत धनराशि भी बरामद की।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनीभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि विपिन नेगी पुत्र स्व. जगदीश चंद्र, निवासी पदमपुर, कोटद्वार द्वारा कोतवाली कोटद्वार पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई कि विगत 7 अगस्त को अपनी माताजी श्रीमती राधा देवी के साथ भारतीय स्टेट बैंक आया था, जहां पर उनके द्वारा बैंक से 1 लाख 20 हजार निकाले। इसके पश्चात वह तीलू रतौली चौक कोटद्वार के निकट पर्वतीय मेडिकल स्टोर पर दवाई लेने के लिए अपना बैग खोल तो उससे रुपए गायब मिले। प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार पर आईपीसी की धारा 379/411 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने अभियोग के सफल निस्तारण के लिए टीम गठित करने के लिए आदेश दिए। अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर चन्द्र सुयाल के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी कोटद्वार/ऑपरेशन विभव सैनी के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कोटद्वार मनीभूषण श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा सुरागरसी पतारसी करते हुये थाने क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक, चौंक, मेडिकल स्टोर एवं अभियुक्तगणों के आने-जाने वाले मार्ग के लगभग 300 सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए। पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयासों से रविवार को हरिद्वार से श्रीमती चमेली बाई (उम्र 50 वर्ष) पत्नी हरीश चंद्र, निवासी कड़िया (सांसी), तहसील नरसिंहगढ़, जिला राजगढ़, मध्य प्रदेश, मीनाक्षी (उम्र 30 वर्ष) पत्नी बबलू, निवासी ग्राम गुलखेड़ी, तहसील नरसिंहगढ़, जिला राजगढ़, मध्य प्रदेश। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनीभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपियों से 1 लाख 13 हजार रूपए बरामद किये गये है। गिरफ्तारशुदा अभियुक्ताओं को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक मनीभूषण श्रीवास्तव, उपनिरीक्षक प्रद्युमन सिंह नेगी, मुख्य आरक्षी हेमन्त कुमार, चरण सिंह, आरक्षी चन्द्रपाल सिंह, दीपक कुमार, गौरव यादव, हरीश, सुमन पांथरी, शालिनी आदि शामिल थे।
अपराध करने का तरीका
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनीभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि ये लोग अपने निकट गांव के सगे सम्बन्धियों के साथ देश के अलग-अलग कोनों में समूह बनाकर चलते हैं, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, घाटों व बैंक में भीड़ वाले इलाको में एक घेरा बनाकर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।