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आईआईटी निदेशक का दावा, हिमाचल में जानवरों पर क्रूरता से हो रहीं भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं

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नई दिल्ली/मंडी, एजेंसी। हिमाचल प्रदेश के आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा का अजीबोगरीब बयान वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में निदेशक एक कार्यक्रम में हिमाचल में आई त्रासदी को मनुष्य के मांस खाने और जानवरों से क्रूरता से जोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि वीडियो कब का है और कहां का है, इस बारे में अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल पाई है।
आईआईटी मंडी का मीडिया सेल भी इस वीडियो को लेकर पुख्ता जानकारी साझा नहीं कर पाया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में आईआईटी मंडी के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा बच्चों को मांस न खाने के बारे में नसीहत दे रहे हैं।
वीडियो में निदेशक बोल रहे हैं कि यदि मनुष्य को अच्छा इंसान बनना है तो उसे मांस नहीं खाना चाहिए। इस वीडियो में निदेशक बच्चों को मांस न खाने का संकल्प भी दिला रहे हैं। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस वीडियो को लेकर कई तरह की टिप्पणियां की जा रही हैं।
समाचार एजेंसी के अनुसार प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि अगर जानवरों को काटना बंद नहीं किया तो हिमाचल प्रदेश का भारी पतन हो जाएगा। आप निर्दोष जानवरों को काट रहे हैं। बेहरा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बार-बार भूस्खलन, बादल फटना और कई अन्य चीजें हो रही हैं।
ये सभी जानवरों पर क्रूरता का प्रभाव है। उन्होंने आगे कहा कि अच्छा इंसान बनने के लिए आपको मांस खाने से मना करना होगा। फिर विद्यार्थियों से मांस नहीं खाने की कसम लेने को कहा। इस विवाद पर बेहरा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। उनकी टिप्पणियों ने नेटिजन्स की आलोचना को आकर्षित किया।
यह पहली बार नहीं है जब बेहरा ने अपनी विवादास्पद टिप्पणियों से विवाद खड़ा किया है। पिछले साल, वह यह दावा करने के लिए सुर्खियों में आए थे कि वह पवित्र मंत्रों का जाप करके अपने दोस्त के अपार्टमेंट और परिवार को बुरी आत्माओं से छुटकारा दिलाने के लिए भूत-प्रेत भगाने के काम में शामिल थे।
उद्यमी और आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र संदीप मनुधाने ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “पतन पूरा हो गया है। ये अंधविश्वासी मूर्ख 70 वर्षों में जो कुछ भी बनाया गया था उसे नष्ट कर देंगे। बायोफिजिक्स के प्रोफेसर गौतम मेनन ने कहा, मौजूदा व्यवस्था में आईआईटी मंडी के निदेशक की तरह के विचार यहां प्रदर्शित होना एक विशेषता है, कोई बग नहीं। यह बेहद दुखद है।

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