पिथौरागढ़। पक्षियों के संरक्षण के लिए गौरया संरक्षण मंच का गठन किया गया है। जिसमें शैक्षणिक गतिविधियों और पर्यावरणीय क्रियाकलापों के माध्यम से प्रदेश भर में जल, जंगल और पक्षी संरक्षण पर कार्य करने को लेकर सहमति बनी। बुधवार को नगर स्थित एक समिति के कार्यालय में पारिस्थिति तंत्र और जैव विविधता संरक्षण के लिए बैठक हुई। जिसमें ड़ किशोर कुमार पंत को राज्य समन्वयक, विप्लव भट्ट को गौरैया संरक्षण टीम का उत्तराखंड संयोजक, प्रकाश गिरी को पिथौरागढ़ जिला संयोजक बनाया गया। ड़पंत ने कहा कि विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के विलुप्त होने का सीधा संबंध जैव विविधता के लिए गम्भीर संकट से है। विप्लव भट्ट ने कहा कि पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत पाई जाने वाली और फसल चक्र के अनुसार बाहर से आने वाली पर्यटक पक्षियों की आवाजाही भी विगत तीन वर्षों में कम देखने को मिली है। जल, जंगल और पक्षी अगर सुरक्षित नहीं हैं तो मानव सभ्यता का सुरक्षित रहना भी असंभव है। प्रकाश गिरी ने आए दिन गिद्घ और गौरैया जैसे पक्षियों की संख्या में आई कमी को स्वच्छता एवं षि क्षेत्र के लिए अत्यंत हानिकारक बताया। बैठक में प्रेमा पंत,गीतांजली बिष्ट,नवीन जोशी,जगदीश जोशी,चंचल सिंह,हेम खोलिया मौजूद रहे।