संस्कृत नाटक और समूहगान मेेंं राइका पीपली ने मारी बाजी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज पिपली में खंड स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताएं कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग में आयोजित की गई।
कनिष्ठ वर्ग में संस्कृत नाटक प्रतियोगिता में रा.इ.का. पीपली ने प्रथम और अ.उ.रा.इ.का. खिरैरीखाल ने द्वितीय, कनिष्ठ वर्ग संस्कृत समूहगान में रा.आ.इ.का. धूमाकोट ने प्रथम, वरिष्ठ वर्ग में रा.इ.का पीपली ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। समूह नृत्य वरिष्ठ वर्ग में रा.इ.का खाल्यूंखेत ने प्रथम, कनिष्ठ वर्ग में अ.उ.रा.इ.का. खिरैरीखाल ने प्रथम स्थान हासिल किया। श्लोकोच्चारण वरिष्ठ वर्ग में पीपली एवं कनिष्ठ वर्ग में धूमाकोट ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वाद विवाद में कालिंकाखाल प्रथम व आशुभाषण में जनता इण्टर कालेज चैनपुर प्रथम स्थान पर रहा। इस मौके पर मुख्य अतिथि नैनीडांडा विकासखण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी नारायण दत्त शर्मा ने सभी प्रतिभागियों को अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए संस्कृत को ज्ञान एवं आध्यात्मिकता का पुञ्ज बताया। जिसे जीवन में चरितार्थ करनें से व्यक्ति वास्तविक सुखदानुभूति को प्राप्त करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रा.इ.का. पीपली के प्रधानाचार्य श्र्अतर सिंह रावत ने संस्कृत को देववाणी व सभी भाषाओं की जननी कहते हुए उसके महत्व को बताया। खण्ड संयोजक डॉ. देवेन्द्र प्रसाद ने मंच संचालन किया।
छात्राओं को किया सम्मानित
कोटद्वार : विकासखंड स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता में जनता इंटर कॉलेज चैड चैनपुर की छात्रा सिमरन ने आशुभाषण प्रतियोगिता में प्रतिभा किया और ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता में शिल्पी कंडारी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। छात्राओं की सफलता में मार्गदर्शन अध्यापक नरेश कुमार ध्यानी का विशेष योगदान रहा। विद्यालय के प्रधानाचार्य धनपाल सिंह रावत ने छात्रा सिमरन और शिल्पी कंडारी को सम्मानित किया। प्रधानाचार्य श्री रावत ने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है, इसीलिए इसका प्रचार-प्रसार कर लुप्त होती भाषा को बचाने की जरूरत है।