जनता को पढ़ा रहे स्वच्छता का पाठ, खुद की जिम्मेदारियों को लेकर लापरवाह बना है निगम
लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी पिछले डेढ़ वर्ष से सार्वजनिक शौचालय पर लटका है ताला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भले ही नगर निगम आमजन को स्वच्छता का पाठ पढ़ाता हो। लेकिन, उस पाठ पर स्वयं कितना अमल करता है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण प्रेक्षागृह स्थित सार्वजनिक शौचालय पर लटका ताला है। पिछले एक वर्ष से नगर निगम ने शौचालय के गेट पर ताला लगाया हुआ है। नतीजा, आसपास के व्यापारियों के साथ ही अन्य लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नगर निगम बनने के बाद शहरवासियों को बेहतर विकास की उम्मीद थी। लेकिन, नगर निगम शहर में शौचालय व्यवस्था भी नहीं सुधार पा रहा है। हालत यह है कि प्रेक्षागृह में स्थित सार्वजनिक शौचालय को मरम्मत के नाम पर एक वर्ष पूर्व बंद किया गया था। लेकिन, मरम्मत का कार्य पूर्ण होने के बाद भी अब तक गेट पर लगे ताले को नहीं खोला गया है। ऐसे में आसपास के सैकड़ों व्यापारियों के साथ ही राह चलते लोगों को परेशानी हो रही है। कई व्यक्तियों ने प्रेक्षागृह के पीछे खुले स्थान को ही मूत्रालय बना दिया है। ऐसे में दुर्गंध के कारण आसपास के व्यापारियों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। साथ ही उन्हें संक्रामक बीमारियों का भी खतरा बना हुआ है। व्यापारी सुरेश सिंह, मयंक कुमार ने बताया कि वह शौचालय खोलने के लिए कई बार निगर निगम से शिकायत कर चुके हैं। लेकिन, अधिकारी हर बार केवल झूठा आश्वासन ही देते हैं। कुछ दिन पूर्व ही नगर आयुक्त ने जल्द शौचालय पर लगे ताले को खोलने की बात कही है। यदि जल्द ही व्यवस्थाओं को बेहतर नहीं बनाया गया तो व्यापारी आंदोलन को मजबूर होंगे।