बीडीसी में छाए रहे जंगली जानवर, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य व पेंशन के मुद्दे
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : नैनीडांडा बीडीसी बैठक में जंगली जानवरों के आतंक का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। इसके साथ ही सड़क, बिजली-पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेंशन आदि के मामले भी जनप्रतिनिधियों ने उठाए। जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में मांग की कि जंगली जानवरों के आतंक से क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित करने के लिए समुचित कार्यवाही की जाए। क्षेत्र के लिए लोनिवि कार्यालय बैजरौ व उपखंड कार्यालय अदालीखाल को फिर से स्थानांतरित कर खोलने की मांग उठाई गई। विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र प्रताप ने जिलास्तरीय अधिकारियों के नहीं आने पर कड़ी नाराजगी जताई।
गुरुवार को ब्लाक प्रमुख प्रशांत कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जनप्रतिनिधियों ने बाघ, गुलदार आदि हिंसक जानवरों के द्वारा क्षेत्र में आए दिन लोगों पर हो रहे हमलों से लोगों को मार डालने की घटनाओं को बहुत गंभीर समस्या बताकर शीघ्र उचित समाधान की मांग की। प्रधान संघ अध्यक्ष देवेंद्र रावत ने बाघ, गुलदार के आतंक का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले कुछ माह के अंतराल में ही क्षेत्र से दो लोगों को बाघ अपना निवाला बना चुका है। इसके साथ ही बंदरों व सूअरों द्वारा खेती-बाड़ी को चौपट कर देने से भी क्षेत्र के ग्रामीण परेशान हैं। कहा कि क्षेत्र में बाघ, गुलदार आदि हिंसक जानवरों के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। दूसरी ओर बंदर, सूअर खेती-बाड़ी को पूरी तरह नष्ट कर रहे हैं। इन हालात में लोग खेती-बाड़ी से विमुख होते जा रहे हैं, साथ ही क्षेत्र से पलायन और अधिक होता जा रहा है। मांग की गई कि वन विभाग बाघ प्रभावित क्षेत्रों में सोलर बाड़ लगाने के साथ ही झाड़ी कटान करवाए। कार्बेट क्षेत्र से लगे गांवों के ग्रामीणों का बीमा भी करावाया जाए। गुणिया रौला, कमेड़ा, घिरौली पेयजल योजना का कार्य धीमी गति से होने पर नाराजगी जताते हुए योजना का कार्य जल्द करने की मांग की गई। चामसैण में पेयजल संकट, पतगांव में लो वोल्टेज की समस्या, बिलकोट व चामसैंण में बिजली के तार झूलने की समस्या उठाई गई। हल्दूखाल मार्ग, दिगोलीखाल मार्ग, डौलियाखाल अदवाड़ा मार्ग के डामरीकरण की मांग उठाई गई। बैठक में ज्येष्ठ उप प्रमुख ललित पटवाल, कनिष्ठ उप प्रमुख रेखा देवी, खंड विकास अधिकारी प्रमोद पांडे, डीपीओ जयदीप रावत आदि मौजूद थे।