दशरथ-कैकई संवाद ने दर्शकों को किया भावभिभोर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : रामलीला मैदान में मंडल मुख्यालय पौड़ी की ऐतिहासिक रामलीला का मंचन जारी है। चौथी संध्या पर दशरथ दरबार में श्रीराम के राज्याभिषेक की घोषणा से लेकर कोपभवन में दशरथ-कैकई संवाद का भावपूर्ण मंचन किया गया। श्रीराम की स्तुति श्री राम चन्द्र कृपालु भजमन से शुरू हुई रामलीला में सुप्रिया चमोली के शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति भी बेहतरीन रही।
इस दौरान दशरथ सुमंत संवाद, सुमंत मंथरा संवाद, मंथरा कैकई संवाद से लेकर कैकई सुमंत संवाद, राम कैकई संवाद, राम कौशल्या संवाद, राम सीता संवाद में कलाकारों ने प्रभावशाली मंचन किया। कोपभवन में कैकई जैसे दृश्यों ने दर्शकों को भावभिभोर भी किया। रामलीला को देखने के लिए दर्शक देर रात तक बैठे रहे। दशरथ की भूमिका में सुदर्शन बिष्ट, कैकई की सुहानी नौटियाल, मंथरा की कशिश, कौशल्या आरती बहुगुणा, सुमित्रा का भूमिका सोनम डोभाल रही। कलाकारों ने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया। कैकई के पात्र के लिए पाश्र्व गायन प्रीती जबकि मंथरा के लिए सोनिका गैरोला ने किया। अन्य पात्रों राम, लक्ष्मण, कौशल्या, सुमित्रा के लिए पाश्र्वगायन कमल किशोर, कविता ममगांई, सुनंदा, कनिष्का लिंगवाल, सर्वेंद्र रावत, अंकित नेगी का रहा। वहीं सुमंत की भूमिका में इंद्रमोहन चमोली का भावपूर्ण मंचन दर्शकों ने सराहा। मुख्य संगीत समन्वयक गौरी शंकर थपलियाल के निर्देशन व मनोज रावत अंजुल के संगीत संयोजन में तबले पर प्रमेंद्र नेगी, ढोलक पर तपेश्वर प्रसाद रहे। इससे पूर्व बीआर मॉडर्न पब्लिक स्कूल प्रबंधक दामोदर प्रसाद मंमगाई ने मुख्य अथिति के रूप में श्रीराम आरती की और पौड़ी रामलीला के 123 वें आयोजन को लेकर समिति की सराहना की।