डीएम ने 52 डाठ नहर के जीर्णोद्घार कार्यों में अनियमितता पर मांगी रिपोर्ट
हल्द्वानी। जिलाधिकारी वंदना ने फतेहपुर स्थित 52 डाठ नगर में हो रहे जीर्णोद्घार के कार्यों में लापरवाही पर दो दिन में एमबी (बिना टेंडर छोटे कार्य) से किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि एमबी के तहत हो रहे कार्यों में यदि अंतर पाया गया तो कार्यदाई संस्था से वसूली की कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने गुरुवार को फतेहपुर में 52 डाठ नहर, ग्राम बसानी में निर्माणाधीन पेयजल योजना, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नायसेला, ग्राम बेल व ग्राम हेडी में जनसुनवाई कर क्षेत्र के लोगों की परेशानियों को सुना और उनका समाधान किया। 52 डाठ नहर के निरीक्षण के दौरान ग्राम प्रधान गुजरौड़ाातु जोशी व ग्रामीणों ने डीएम को बताया कि केएमवीएन व ठेकेदार की तरफ से यहां जीर्णाोंद्घार कार्य में अनियमिताएं बरती गई हैं। डीएम ने स्थलीय निरीक्षण में पाया कि कार्यदायी संस्था ने खराब गुणवत्ता का कार्य किया है। इस पर डीएम ने संस्था के जेई राजेश तिवारी को कार्यों की रिपोर्ट दो दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बताया गया कि ब्रिटिश कालीन 52 डाठ नहर के जीर्णाोंद्घार के लिए पर्यटन विभाग ने केएमवीएन को जिला योजना से 1 करोड़ 4 लाख की धनराशि अवमुक्त की है। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक संतोषजनक कार्य नहीं किया गया है। इस पर डीएम ने सिंचाई विभाग व कार्यदाई संस्था के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने जीर्णाोंद्घार कार्य को बिना थर्ड पार्टी निरीक्षण कराए केएमवीएन को हैंडओवर करने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए। डीएम ने पन्याली, ग्राम पंचायत बसानी, हेड़ी में भी लोगों की समस्याओं को सुना। ब्लक प्रमुख हरीश बिष्ट, विधायक प्रतिनिधि विकास भगत, बीडीसी सदस्य दीपा तड़ागी, एपीडी चंद्रा, ग्राम प्रधान बसानी दीपा तड़ागी, ग्राम प्रधान हेड़ी-बेल गीता गैड़ा, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरि गोस्वामी, एसीएमओ हेमंत मर्तोलिया, ईई पीडब्ल्यूडी रत्नेश सक्सेना मौजूद रहे।