चमोली। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में तहसील जोशीमठ में शुक्रवार को लोगों ने सांकेतिक धरना देकर आपदा पीडितों की सुध लेने की अपील की। सांकेतिक धरने के उपरान्त दोपहर बाद एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर लोगों ने कहा कि 8 अप्रैल को प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में उपजिलाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी चमोली की सहमति पर आपदा प्रभावितों के विविध मांगों पर शीघ्र कार्यवाही का लिखित आश्वाशन दिया था जिसके बाद जनवरी में शुरू हुआ आन्दोलन को संघर्ष समीति द्वारा 20 अप्रैल 2023 को स्थगित किया गया था। ज्ञापन के माध्यम से संघर्ष समिति के लोगों ने आरोप लगाया कि 8 महीने बीतने पर अब जमीनी ठोस कार्यवाही के स्थान पर सामान्य जन की सुनवाई भी बन्द हो गई है। मुआवजा मिलना तो दूर जिन अन्य घरों का सर्वेक्षण होना था, वह भी चार माह से लगातार टलता जा रहा है। आपदा प्रभावित अभी भी अपने भविष्य को लेकर निश्चित नहीं हैं। आरोप लगाया कि कोई ठोस, व्यावहारिक व व्यापक विस्थापन पुनर्वास नीति भी सरकार अभी तक नही बना पाई है। भेजे ज्ञापन के माध्यम से संघर्ष समिति ने अपनी पूर्व की 11 सूत्रीय मांगों के साथ ओशीमठ नगर के स्थिरीकरण एवं प्रभावितों के विस्थापन पुनर्वास हेतु जल्द ठोस नीति बनाने, एक निगरानी बनाने की मांग की। ज्ञापन पर संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूड़ी, दीपक लाल आदि के हस्ताक्षर हैं।