लाखों खर्च, फिर भी आबादी में पहुंचे रहे हाथी
विभाग के लाख दावों के बाद भी नहीं थम रही हाथी धमक
आए दिन आबादी में पहुंचकर उत्पात मचा रहा हाथियों का झुंड
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: वन क्षेत्र के आसपास आबादी में जंगली जानवरों की धमक रोकने के लिए बनाई गई हाथी सुरक्षा दीवार केवल शोपीस बनकर रह गई है। हालत यह है कि हाथी सहित अन्य जंगली जानवर आए दिन सुरक्षा दीवार को लांघकर अबादी में प्रवेश कर रहे हैं। शिकायत के बाद भी वन विभाग समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा। ऐसे में कब वन्य जीव संघर्ष हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता।
जंगली जानवरों को रोकने के लिए सनेह, कुंभीचौड़, रामपुर व कण्वाश्रम-ध्रुवपुर मार्ग पर लाखों की लागत से हाथी सुरक्षा दीवार बनाई गई थी। लेकिन, वर्तमान में यह सुरक्षा दीवार हाथियों को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। जगह-जगह क्षतिग्रस्त पड़ी दीवार से हाथियों का झुंड आबादी में पहुंच रहे हैं। यही नहीं बरसात के दौरान जंगल की ओर दीवार पर मिट्टी के टीले लगने से इसकी लंबाई भी कम हो गई है। रामपुर में तो हाथियों को रोकने के लिए हाथी सुरक्षा दीवार के साथ ही फेंसिंग लाइन लगाई गई थी। लेकिन, यह भी केवल शोपीस बनी हुई है। कुछ दिन पूर्व रामपुर में धमके हाथी ने काश्तकार मोहन सिंह के खेत में खड़ी गेहूं की फसल चट कर दी थी। यही नहीं कई बार हाथी जंगल से सनेह मार्ग पर घूमता हुआ भी आसानी से दिख जाता है। जिससे वाहन चालकों को खतरा बना रहता है।
स्ट्रीट लाइट मरम्मत की उठाई मांग
कुंभीचौड़ व सनेह वासियों ने जंगल के आसपास खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट मरम्मत की मांग की है। कहा कि अंधेरे के कारण आमजन को जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। क्षेत्रवासियों ने नगर निगम को ज्ञापन दिया। बताया कि कुंभीचौड़ व सनेह क्षेत्र का अधिकांश भाग लैंसडौन वन प्रभाग से सटा हुआ है। ऐसे में मार्ग पर हर समय हाथी व अन्य जंगली जानवरों की धमक बनी रहती है। बताया कि मार्ग पर लगाई गई अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई है। जिससे आवाजाही करने वालों को जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। कहा कि जनता के हित को देखते हुए जल्द ही स्ट्रीट लाइट मरम्मत पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इस मौके पर सुनीता देवी, रजनी देवी, पुष्पा नेगी आदि मौजूद रहे।