लापरवाह बना सरकारी सिस्टम, पुलिया मरम्मत की नहीं ली जा रही सुध
वर्षाकाल के बाद से क्षतिग्रस्त स्थिति में पड़ी है गिवईस्रोत गदेरे पर बनी पुलिया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: सरकारी सिस्टम जन सरोकार को लेकर कितना लापरवाह बना है, इसका अंदाजा वर्षाकाल से क्षतिग्रस्त पड़ी गिवईस्रोत पुलिया को देखकर लगाया जा सकता है। एक ओर जहां पुलिया के पिलर कमजोर हो चुके हैं। वहीं, टूटी हुई रेलिंग भी राहगीरों के लिए खतरा बनी हुई है। गिवईस्रोत के वाशिंदे कई बार पुलिस की मरम्मत करवाने की मांग उठा चुके हैं। लेकिन, अब तक इसकी सुध नहीं ली गई।
अगस्त माह में हुई अतिवृष्टि से गिवईस्रोत पुलिया को भी नुकसान पहुंचा था। यही नहीं, अगस्त माह में गिवईस्रोत में बह कर आई एक बस भी पुलिया के पिल्लरों में फंस गई थी। हालांकि क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाल दिया गया था। लेकिन, पुल के पिलरों को काफी नुकसान पहुंचा था। पुल के किनारे लगी रेलिंग भी टूट गई थी। ऐसे में पुलिया से गुजरने वाले लोगों के साथ ही दोपहिया वाहन चालकों को खतरा बना रहता है। पूर्व में क्षेत्र के निरीक्षण को पहुंची विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने जल्द पुलिस की स्थिति सुधारने का आश्वासन दिया था। लेकिन, अब तक हालात जस के तस बने हुए हैं।
वर्षाकाल में बढ़ेगी चुनौती
गिवईस्रोत गदेरे पर मोहल्लों को जोड़ने वाली पुलिया वर्षा काल के समय चुनौती बन सकती है। दरअसल, कई बार नदी में बहकर आए पेड़ पिलरों में फंस जाते हैं। जिससे क्षेत्र में जलभराव की स्थिति भी पैदा होती है। कमजोर पुलिया कब धराशायी हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। क्षेत्रवासियों ने सरकारी सिस्टम से जल्द पुलिस मरम्मत करवाने की मांग की है।
वर्षाकाल में क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ था। आपदा के तहत संबंधित विभागों को हुए नुकसान के प्रस्ताव बनाने को कहा गया था। विभागों से मिले प्रस्तावों को अग्रिम कार्यवाही के लिए शासन में भेजा गया है।
…सोहन सिंह सैनी, उपजिलाधिकारी, कोटद्वार