कोटद्वार में प्रशासन व नगर निगम की तमाम कोशिश के बाद भी बिना मास्क के घूम रहे हैं लोग, संक्रमण का नहीं है डर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में कोरोना की रोकथाम के लिये प्रशासन व नगर निगम के तमाम प्रयास असफल हो रहे हैं, नगर निगम के द्वारा जनता को मास्क पहने रखने की कोशिश के लिये तैनात 40 पीआरडी जवानों की तैनाती के बाद भी बाजार में जहां लोग बिना मास्क लगाए ही घूमते दिखाई दे रहे है, वहीं फल-सब्जी वाले भी बिना मास्क के शहर में घूम रहे है। जिससे लोगों को खतरा बना हुआ है। इतना ही नहीं लोग छोटे बच्चों को लेकर भी बाजार में आ रहे है, जबकि बच्चों और बुजुर्गों को कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। इतना ही नहीं लोग सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल नहीं रख रहे है। सब्जी के ठेलों और किराना की दुकानों पर लोग भीड़ लगा रहे हैं।
कोटद्वार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसके बावजूद लोग मास्क और सोशल डिस्टेंस को लेकर सजग नहीं हैं। दुकानदार भी न मास्क का पालन कर रहे हैं न सोशल डिस्टेंस का। यह लोग खुलेआम कोरोना महामारी को फैलाने में सहायक बन रहे हैं। गोखेल मार्ग और पटेल मार्ग पर खड़ी फल और सब्जी की ठेलियों के पास लोगों की भीड़ जमा हो रही है। लोग फल-सब्जी खरीदते समय यह भूल जा रहे है कि कोरोना महामारी चल रही है। न तो लोग मास्क लगा रहे हैं न भीड़ में सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं। फल-सब्जी वाले भी मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे है, जबकि कोरोना महामारी की वजह से हर किसी को मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य किया गया है। इसके बाद भी बाजार में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। न तो प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई कर रहे हैं और न ही चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मी या होमगार्ड। आलम यह है कि लोग खरीदारी करने के लिए बाजार पहुंचते हैं और बाइक को बीच रोड़ पर खड़ी कर देते हैं। जो आए दिन जाम का कारण बनता है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा का कहना है कि बाजार में बिना मास्क के घूमने वाले लोगों व व्यापारियों के चालान किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचने का एकमात्र उपाय मास्क का प्रयोग और सोशल डिस्टेंस का पालन करना ही है। उन्होंने लोगों से घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करने एवं सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की है।