हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में वोटिंग के दौरान फायरिंग
इंफाल, एजेंसी। लंबे समय से हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में शुक्रवार को पहले चरण का मतदान गोलीबारी, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) नष्ट होने और हथियारबंद लोगों द्वारा मतदाताओं को धमकाने की रिपोर्ट के कारण बाधित हुआ। आंतरिक मणिपुर में मतदान केंद्रों के अंदर मौजूद कांग्रेस एजेंटों को मतदान केंद्र छोडऩे के लिये कहा गया, जिस कारण वहां से कांग्रेस उम्मीदवार अकोइजाम बिमोल की वरिष्ठ पुलिसकर्मियों के साथ बहस हो गई।
श्री बिमोल ने विभिन्न मतदान केंद्रों से कांग्रेस एजेंटों को बाहर निकाले जाने पर कार्रवाई नहीं करने में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की भूमिका पर सवाल उठाया। थोंगजू के 5/31 मतदान केंद्र पर मतदाताओं ने कुछ हथियारबंद लोगों पर एक विशेष उम्मीदवार के पक्ष में जबरन वोट डलवाने का आरोप लगाते हुए ईवीएम को नष्ट कर दिया। थम्नापोकपी में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने मतदान केंद्र के पास गोलीबारी की, जिससे तनाव और अराजकता फैल गई। 10/6 उरीपोक में कुछ हथियारबंद लोगों द्वारा बूथ पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कुछ लोगों ने ईवीएम को नष्ट कर दिया। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और 11 बजे तक 29.61 प्रतिशत मतदान हुआ था। आंतरिक मणिपुर में 31.62 प्रतिशत और बाहरी मणिपुर में 26.02 प्रतिशत मतदान हुआ।