मतदान के अगले ही दिन बंद हो गया आरओबी
काशीपुर। विधायक और भाजपपा नेताओं की गांरटी के बावजूद एनएचएआई के निर्देश पर कार्यदायी संस्था ने बाजपुर रोड स्थित रेलवे ओवर ब्रिज को यातायात के लिए फिर से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। विभाग ने आरओबी की लोड टेस्टिंग और तकनीकि परीक्षण कराने की बात कही है। मात्र चार दिन बाद ही आरओबी को बंद कर देने से लोगों में रोष है। वहीं चौतीमेले के चलते शहर भर में जाम की समस्या बढ़ गई है। काशीपुर में आरओबी का काम नवंबर 2017 से चल रहा है। सात साल के लंबे इंतेजार के बाद लोगों का धैर्य जबाव देने लगा था। कुछ दिन पूर्व भाजपा विधायक त्रिलोक सिंह चीमा समेत अन्य भाजपा नेताओं ने 15 अप्रैल तक आरओबी चालू करने की गारंटी दी थी, लेकिन कार्यदायी संस्था ने लोड टेस्टिंग और विभाग की अनुमति के बगैर आरओबी चालू करने में असमर्थता व्यक्त की थी। गारंटी के मुताबिक 16अप्रैल को विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, प्रदेश महामंत्री खिलेन्द्र चौधरी, गुरविंदर चंडोक, राम मेहरोत्रा, रविपाल आदि ने मौके पर पहुंचकर कार्यदायी संस्था द्वारा लगाई गई रेलिंग कटवा दी थी। पुल पर यातायात शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली थी, हालांकि कुछ घंटे बाद ही इसे चार पहिया वाहनों के लिए फिर बंद कर दिया गया था, लेकिन दोपहिया वाहन चलते रहने से भी लोग कुछ हद तक संतुष्ट थे। मतदान संपन्न होने के अगले ही दिन आरओबी को फिर से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। इससे चौतीमेले के दौरान लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कार्यदारी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर अजय शर्मा का कहना है कि एनएचएआई के ईई के निर्देश पर लोड टेस्टिंग के लिए आरओबी को यातायात के लिए बंद किया है। तीन दिन की टेस्टिंग के बाद इसे पूरा कर विभाग को हैंडओवर किया जाना है। विभाग के स्तर पर ही यह आरओबी चालू किया जाना है।
रेलवे की ओर से आरओबी के लिए एनओसी दी जा चुकी है। ऐसे में लोड टेस्टिंग सिर्फ औपचारिकता मात्र है। इसे छोटे वाहनों के लिए बंद नहीं किया जाना चाहिए था। द्रोणमाइनर पर भी बाइपास बनने के कारण शहर में यातायात की समस्या उत्पन्न हो गई है। -राजीव घई, केडीएफ काशीपुर।
आरओबी के लोड टेस्टिंग में 72 घंटे का समय लगेगा। रिपोर्ट संतोषजनक आने पर आरओबी को हमेशा के लिए खोल दिया जाएगा। इस आरओबी की लोड क्षमता 700 क्विंटल तक है। अलबत्ता अनुबंध में यह शर्त हैं कि मुरादाबाद और रामनगर की ओर से आने वाला हैवी लोड इस पुल से नहीं आएगा। अनुबंध में शामिल की गई इस शर्त का परीक्षण कराया जाएगा। -प्रवीण कुमार, ईई एनएचएआई।