विकास प्राधिकरण की बाध्यता समाप्त करने की मांग को दिया तहसील परिसर में धरना
चमोली। पिछड़े व सीमांत क्षेत्र जोशीमठ में विकास प्राधिकरण की बाध्यता समाप्त करने की मांग को लेकर नागरिकों ने तहसील परिसर में धरना दिया।
जोशीमठ के नागरिकों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा। नागरिकों का कहना है कि जोशीमठ सीमांत क्षेत्र तो है ही। राज्य सरकार द्वारा इसे पिछड़ा क्षेत्र भी घोषित किया गया है। पहले यहां प्रति परिवार भूमि का रकबा पांच नाली से कम था। उन्होंने बताया कि जोशीमठ में विभिन्न परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन परियोजनाओं में सैकड़ों नाली भूमि चले जाने से काश्तकारों के पास कम ही भूमि बची हुई है। ऐसे में यहां प्राधिकरण के मानकों को पूरा करना संभव नहीं है। नागरिकों ने तहसील परिसर में धरना देकर सरकार से मांग की कि यहां विकास प्राधिकरण की बाध्यता को समाप्त किया जाए। धरना व ज्ञापन देने वालों में कमल रतूड़ी, जयप्रकाश भट्ट, राकेश भिलंगवाल, शैलेंद्र पंवार, मीना डिमरी, देवेश्वरी शाह समेत अन्य नागरिक मौजूद रहे।