राष्ट्रहित सबसे ऊपर होने चाहिए: कोश्यारी
देहरादून। किसी भी नागरिक के लिए उसके अपने या परिवार के हितों से ऊपर राष्ट्रहित होने चाहिए। सभी वह राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे सकेगा। ये बात महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल व उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिह कोश्यारी ने शुक्रवार को आईआरडीटी आडिटोरियम में स्वर्गीय डा. प्रभाकर उनियाल के कहानी कविता संग्रह पर प्रकाशित पुस्तक स्मृति किरण के विमोचन पर कही। पूर्व सीएम कोश्यारी ने राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख जगदीश, क्षेत्र सामाजिक समरसता प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल और विश्व संवाद केंद्र के सुरेंद्र मित्तल के साथ स्वर्गीय प्रभाकर उनियाल की पत्नी विनोद उनियाल के साथ दीप्र प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। किया। इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि डा. प्रभाकर उनियाल का जीवन एक संघर्षशील आम आदमी का जीवन रहा। वे एक अच्छे लेखक के साथ ही अनुशासित इंसान भी थे। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और एबीवीपी जैसे संगठनों में रहकर उन्होंने समाज और राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन लगाया। कहा कि अगर उनकी पत्नी विनोद उनियाल ने उनका साथ ना दिया होता तो शायद वे इस ऊंचाई पर पहुंच पाते। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने रामगीत सहित कुछ अन्य रंगारंग प्रस्तुतियां भी दीं।