उत्तराखंड

गढ़वाली काव्य संग्रह ”छैल” का विमोनचन, बाल कवियों को किया सम्मानित

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श्रीनगर गढ़वाल : बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति के बैनर तले कवि सम्मेलन के तहत कवयित्री साईनी कृष्ण उनियाल के गढ़वाली काव्य संग्रह ”छैल” के विमोचन किया गया। समारोह में कवियों ने अलग-अलग विधाओं में अपनी स्वरचित कविताओं का शानदार पाठ किया। बाल कवियों को मौके पर प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र के सभागार में आयोजित कार्यक्रम के पहले सत्र में गढ़वाली काव्य संग्रह ”छैल” का गढ़वाली पजलकार जगमोहन सिंह रावत जगमोरा की अध्यक्षता में बतौर मुख्य अतिथि साहित्यकार डा. विष्णुदत्त कुकरेती, विशिष्ट अतिथि बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति के विवेक बादल बाजपुरी, आखर ट्रस्ट के संदीप रावत और ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र श्रीनगर की बीके प्रेरणा ने विमोचन किया। मुख्य अतिथि डा. कुकरेती ने साईनीकृष्ण के गढ़वाल काव्य संग्रह ”छैल” को गढ़वाली भाषा के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह पुस्तक कवयित्री ने अपनी सास को समर्पित की है, जो नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मौके पर ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र की बीके प्रेरणा, बीके रितेश, प्रवक्ता जीव विज्ञान महेंद्र दत्त बंगवाल, जयकृष्ण पैन्यूली, कवयित्री अनुसूया बडोनी, अंशी कमल, अनीता काला, अक्षिता भंडारी, अक्षिता रावत, नेत्रा थपलियाल, जसवंत राणा, प्रद्युम्न, शिवानी उनियाल, मयंक, अंजलि रावत, दीपक, व्यापार सभा अध्यक्ष दिनेश असवाल, अरविंद दरमोड़ा, वाणी विलास उनियाल, नवीन कुमार, वीरेंद्र रतूड़ी, डा. कविता भट्ट, गंगा असनोड़ा थपलियाल, भारती आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)

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