प्राकृतिक स्रोत से पानी ढोने को मजबूर ग्रामीण
श्रीनगर गढ़वाल : विकासखंड कीर्तिनगर के अंतर्गत न्याय पंचायत चाचकंडा के नौ गावों में नियमित पेयजल आपूर्ति न होने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पेयजल आपूर्ति नियमित न होने से न्याय पंचायत के करीब 1400 परिवार प्रभावित हैं। ग्रामीणों को 2 किमी. दूर चौड़ी स्थल से प्राकृतिक स्रोत से पानी ढोना पड़ रहा है।
ग्राम प्रधान ऐराड़ी बीरबल सिंह चौहान, ग्राम प्रधान सिरसेड़ रजनी देवी, ग्राम प्रधान चाचकंडा मनीष बलूनी, ग्राम प्रधान गोन्नी ममता देवी ने कहा कि कोटेश्वर-सिल्काखाल पेयजल पंपिंग योजना से ग्राम पंचायत चाचकंडा के सिरसेड़, सारकेणा, कफना, सुन्नी, गोन्नी, ऐराड़ी, काण्डी को पेयजल आपूर्ति होती है, लेकिन बीते 15 दिनों से पेयजल योजना से एक बार ही पानी की आपूर्ति हुई है। जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि ग्रामीणों को गांव से दो किमी. दूर स्थित चौड़ी नामक स्थान से पानी ढोना पड़ रहा है। उन्होंने संबंधित विभाग से जल्द पेयजल व्यवस्था को सुचारु किए जाने की मांग की है। वहीं ग्राम प्रधान नैथाणा आशा देवी ने गांव में चार माह से पेयजल आपूर्ति न होने पर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में प्रधान नैथाणा आशा देवी, गुड्डी देवी, पुष्पा देवी, संतोषी देवी, अनीता देवी ने कहा कि ग्राम नैथाणा और नौर के अंतर्गत बिछोलिया मोहल्ले में विगत चार माह से पानी की आपूर्ति पूर्ण रूप से ठप पड़ी हुई है। समस्या को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों को बताया गया है। बावजूद विभाग द्वारा कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। कहा कि बढ़ती गर्मी के साथ ही गांव में पेयजल आपूर्ति न होने से ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि यदि पेयजल आपूर्ति को सुचारु नहीं किया गया तो ग्रामीण जल संस्थान कार्यालय में धरना देने को मजबूर होंगे। (एजेंसी)