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दोषी कोई भी हो, वह बचना नहीं चाहिए, कोलकाता रेप कांड पर बोले पीएम मोदी

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महाराष्ट्र ,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करते हुए नेपाल बस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही, उन्होंने कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य है और दोषी कोई भी हो, बचना नहीं चाहिए।प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का कोई भी राज्य हो, अपनी बहनों और बेटियों की पीड़ा और उनके गुस्से को वह समझ रहे हैं। उन्होंने कहा, आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल से कहूंगा और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है।
उन्होंने कहा, दोषी कोई भी हो, वह बचना नहीं चाहिए। उसको किसी भी रूप में मदद करने वाले बचने नहीं चाहिए। अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो या फिर पुलिस व्यवस्था, जिस भी स्तर पर लापरवाही होती है सबका हिसाब होना चाहिए। ऊपर से नीचे तक मैसेज एकदम साफ जाना चाहिए कि यह पाप अक्षम्य है। महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने के लिए हमारी सरकार कानूनों को भी लगातार सख्त कर रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि नेपाल के बस हादसे में महाराष्ट्र के जलगांव के अनेक लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने सभी पीडि़त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कहा, जैसे ही ये हादसा हुआ भारत सरकार ने तुरंत नेपाल सरकार से संपर्क किया। हमने हमारी मंत्री रक्षा खडसे को तुरंत नेपाल जाने के लिए कहा। हमारे जो परिजन नहीं रहे उनके पार्थिव शरीर को हम वायुसेना के विमान से वापस लाए हैं। जो घायल हैं, उनका अच्छे से इलाज चल रहा है। मैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
उन्होंने कहा कि आज लखपति दीदियों का महासम्मेलन हो रहा है। मेरी बहनें यहां बड़ी संख्या में उपस्थित हैं। आज यहां से देशभर के लाखों सखी मंडलों के लिए छह हजार करोड़ से अधिक की राशि जारी की गई है। मेरी सभी माताओं-बहनों को बहुत-बहुत शुभेच्छा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, लोकसभा चुनाव के दौरान जब मैं आपके पास आया था, तो मैंने वादा किया था कि हमें तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाना है। इसका मतलब है कि जो महिलाएं स्वयं सहायता समूहों में काम करती हैं और उनकी सालाना आय एक लाख रुपये से अधिक हो। पिछले 10 साल में एक करोड़ लखपति दीदी बनीं। महाराष्ट्र में माताओं-बहनों के लिए, नौजवानों और किसानों के लिए एक से बढक़र एक स्कीम्स, नई-नई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लखपति दीदी बनाने का यह अभियान… पूरे परिवार को और आने वाली पीढिय़ों को सशक्त करने का एक महा-अभियान है। ये गांव के पूरे अर्थतंत्र को बदल रहा है।

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