धर्म की मूल स्तम्भ है गौ माता : गोपालमणि
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गोपाल गौलोक धाम सेवा संस्थान के तत्वावधान में पांच दिवसीय श्री राम कथा धेनुमानस गौ टीका के तृतीय दिन कथावाचक गोपालमणि ने गौ टीका बारे मे बताया।
गोविंद नगर स्थित एक बारात घर में कथा का वाचन करते हुए गोपाल मणि महाराज ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म की मूल स्तम्भ यानि जड़ गौ माता ही है। इसलिए सभी हिंदू पूरी निष्ठा से गौ माता की सेवा करें। सनातन धर्म सबसे पुराना है, इसमें गौ माता को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। कहा कि गाय के दूध से बनी खीर से श्रीराम का जन्म हुआ था। इसलिए राम का अवतार केवल भारत में गौ रक्षा के लिए हुआ था। उन्होंने बताया कि आज भारत में लोग रक्षक की जगह भक्षक हो गये। जिस गाय की सनातन धर्म में इतनी प्रतिष्ठा थी आज वह बेसहारा कूड़े कचरे पर अपना मुख मार रही है। गो माता घर की मालकिन थी वह आज भिखारी बनकर बैठी है। कथा प्रसंग में कहा कि जब गाय को हम उसकी सेवा करके प्रसन्न करते है, तब वह कामधेनु बनकर हमारी सभी की कामनाओं को पूर्ण करती है। रामायण पूरी गौ कथा है और यही कथा सबसे पुरानी है। इस मौके पर गोपाल कृष्ण अग्रवाल, गोपाल बंसल, महावीर सिंह रावत, राजेन्द्र जखमोला, कैलाश चन्द्र अग्रवाल, जसपाल सिंह रावत, गिरीश जखमोला, राजेंद्र पुरोहित, अनुसूया मुंडेपी, सर्वेश्वरी किमोठी, आशा विंजौला, गीता बुड़ाकोटी, बृजपाल राजपूत, डीपी अग्रवाल, विजय कुमार माहेश्वरी, कांता प्रसाद, गोपाल बंसल, राधेश्याम शर्मा आदि मौजूद रहे।