प्रबंधन व समिति के बीच हुआ समझौता, दौड़ने लगी जीएमओयू की बसें
दस सूत्रीय मांगों को लेकर तीन दिन से चक्काजाम में डटे हुए थे वाहन स्वामी
शुक्रवार को प्रशासन के समक्ष हुई वार्ता के बाद विभिन्न मांगों पर बनी सहमती
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन पर डटी जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति का चक्काजाम शुक्रवार को प्रशासन की मध्यस्थता के बाद समाप्त हो गया। चक्काजाम समाप्त होने के बाद पहाड़ी व मैदानी रूटों पर बसों का संचालन पूर्व की भांति शुरू हो गया है। जिससे यात्रियों को काफी राहत मिली। वहीं, वार्ता में निर्णय लिया गया कि प्रशासन की जांच के उपरांत एक माह के बाद कंपनी के चुनाव किए जाएंगे।
मालूम हो कि, जीएमओयू कंपनी प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति पिछले तीन दिन से चक्काजाम पर डटी हुई थी। जिसके कारण पहाड़ी रूटों पर बसों का संचालन नहीं हो पाया था। शुक्रवार सुबह भी समिति के सदस्य कंपनी के मुख्यालय में पहुंचे और धरने पर बैठ गए। करीब दस बजे जीएमओयू के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल भी मुख्यालय में पहुंचे। जहां समिति के सदस्यों ने उनका विरोध किया। इसी के उपरांत उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी व सीओ विभव सैनी ने दोनों पक्षों को वार्ता के लिए बाजार चौकी में बुलाया। समिति ने प्रशासन के समक्ष उनके वाहनों को पुन: सेवा में लेने की मांग उठाई। जिस पर कंपनी प्रबंधन ने सहमति जताई। साथ ही हटाए गए सदस्यों की सदस्यता भी बहाल करने का निर्णय लिया गया। अधिकांश मांगों पर सहमति बनने के बाद समिति ने चक्काजाम का निर्णय वापस ले लिया। जिसके बाद पूर्व की तरह पौड़ी गढ़वाल, रूद्रप्रयाग, चमोली व हरिद्वार के लिए बसों का संचालन शुरू हो गया है।