उत्तराखंड

रावण के अत्याचार से मुक्ति दिलाने को भगवान श्रीराम ने लिया जन्म

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अल्मोड़ा। सांस्कृतिक नगरी के नाम से विख्यात अल्मोड़ा नगर में रामलीलाओं का मंचन शुरू हो गया है। प्रथम दिवस की रामलीला में दशरथ के पुत्रेष्ठि यज्ञ से लेकर भगवान श्री राम व माता सीता के जन्म का भावपूर्ण मंचन किया गया। यहां नगर क्षेत्र के खत्याड़ी, हुक्का क्लब, नंदादेवी, धारानौला, राजपुरा, सरकार की आली, धारानौला, एनटीडी आदि स्थानों में रामलीलाओं का मंचन शुरू हो गया है। जिनमें प्रथम दिवस पर दशरथ का पुत्रेष्ठि यज्ञ, सीता-राम जन्म आदि दृश्यों का शानदार मंचन किया गया। गुरुवार को श्री लक्ष्मी भंडार हुक्का क्लब द्वारा आयोजित रामलीला के प्रथम दिवस के अवसर पर देवगणों की प्रार्थना, रावण अत्याचार, राम जन्म, सीता जन्म की लीला का मंचन किया गया। प्रथम दिवस की रामलीला के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में निवर्तमान पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज भारत के हर नागरिक को राम के आदर्शों पर चलते हुए आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने श्री लक्ष्मी भंडार हुक्का क्लब की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्था वर्षों से सांस्कृतिक गतिविधियों में भागीदारी करते हुए अपने को एक अलग मुकाम में ले गयी है और रामलीला आयोजन को लेकर संस्था का नाम पूरे भारतवर्ष में लिया जाता है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं और पात्रों को इस आयोजन हेतु बधाई प्रेषित करें। कार्यक्रम का संचालन धीरज साह के द्वारा किया गया। वहीं नंदादेवी में आयोजित रामलीला का शुभारम्भ छोटे बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना के मंचन के साथ किया गया। बृहस्पतिवार की रामलीला में जहां रावण द्वारा सुंदर अभिनय का परिचय दिया गया। वहीं देवगणों की प्रार्थना ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। राम जन्म में ठुमक चलत राम चन्द्र नृत्य ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं नगर के विभिन्न क्षेत्रों में रामलीला का दर्शकों ने आनंद लिया।

 

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