ट्रंप ने कोरोना नीति के आलोचक जय भट्टाचार्य को अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी का प्रमुख बनाया
वाशिंगटन, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के शिक्षाविद जय भट्टाचार्य को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनएचआई) का निदेशक चुना है।यह जानकारी ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दी है। भट्टाचार्य रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर काम करेंगे, जिन्हें स्वास्थ्य और मानव सेवा का प्रमुख बनाया गया है।बता दें कि एनएचआई देश में चिकित्सा अनुसंधान का शीर्ष सार्वजनिक वित्तपोषक है, जिसका बजट करोड़ों रुपये में है।
अमेरिका में कोरोना महामारी नीति के आलोचक रहे जय भट्टाचार्य स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य नीति के प्रोफेसर और नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च के शोध सहायक हैं।उन्होंने 1997 में स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन से स्नातक किया, फिर 2000 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।भट्टाचार्य ने कोरोना को लेकर 2 अन्य शिक्षाविदों के साथ अक्टूबर 2020 में ग्रेट बैरिंगटन घोषणा प्रकाशित की थी।उन्होंने सोशल मीडिया पर विचार दबाने के लिए सरकार के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया था।
अमेरिका में एनएचआई 27 संस्थानों और केंद्रों की देखरेख करता है, जो उभरते महामारी खतरों के लिए टीकों और नई दवाओं पर प्रारंभिक चरण की रिसर्च करते हैं।स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रमुख बने कैनेडी ने एनएचआई को अपने निशाने पर लिया है। उन्होंने मंत्री पद संभालने से कुछ दिन पहले एनएचआई से 600 लोगों को नौकरी से निकालने की बात कही थी।उन्होंने कहा था कि एनएचआई का ध्यान कोरोना से हटाकर डायबिटीज जैसी बीमारी के इलाज पर लगाया जाएगा।