बांग्लादेश ने पश्चिम बंगाल से सटी सीमा पर ड्रोन तैनात किए, भारत हाई अलर्ट पर
नईदिल्ली, भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है।अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बांग्लादेश ने भारत से सटी सीमा पर तुर्की में बने ड्रोन को तैनात कर दिया है। इसके बाद पहले से अलर्ट भारत और भी ज्यादा सक्रिय हो गया है।दूसरी ओर, बांग्लादेश ने कोलकाता से अपने उप-उच्चायुक्त को वापस देश बुला लिया है। कोलकाता में बांग्लादेशी मिशन के बाहर हुए प्रदर्शन के चलते ये फैसला लिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश ने पश्चिम बंगाल से सटी सीमा पर तुर्की निर्मित बायरैक्टर टीबी 2 ड्रोनों को तैनात किया है।इन ड्रोनों का संचालन बांग्लादेश की 67वीं सेना खुफिया और निगरानी मिशनों के लिए करती है। मामले पर अभी सेना की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन भारत ने सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है।बांग्लादेश का कहना है कि उसने ड्रोन की तैनाती रक्षा उद्देश्यों के लिए की है। बांग्लादेश ने कोलकाता में कार्यवाहक उप-उच्चायुक्त मोहम्मद अशरफुर रहमान को तत्काल ढाका बुला लिया है।बांग्लादेश उप-उच्चायोग के एक अधिकारी ने बताया कि रहमान पहले ही ढाका पहुंच चुके हैं।अधिकारी ने कहा, रहमान को न केवल प्रदर्शनों पर चर्चा के लिए बुलाया गया है, बल्कि वे अगले सप्ताह दोनों देशों के विदेश सचिव स्तर की वार्ता के दौरान बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा भी रहेंगे। उम्मीद है कि वे इसी महीने के मध्य तक कोलकाता लौट आएंगे। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में स्थित बांग्लादेश सहायक उच्चायोग ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए 3 दिसंबर से सभी वीजा और वाणिज्यिक सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।यह फैसला एक दिन पहले प्रदर्शनकारियों के मिशन परिसर में घुसकर तोडफ़ोड़ करने के बाद लिया गया है।इस घटना के विरोध में बांग्लादेश ने ढाका में भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी घटना पर खेद जताया था।
बांग्लादेश अपने नोटों में छपी पूर्व राष्ट्रपति और बांग्लादेश के संस्थापक के रूप में पहचान रखने वाले शेख मुजीबुर्रहमान की तस्वीर भी हटाने जा रहा है।सरकार ने नए नोटों को छापने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जिसमें धार्मिक संरचनाएं, बंगाली परंपराएं और जुलाई में हुए छात्र आंदोलन की तस्वीरों को शामिल किया जाएगा।इससे पहले खबर आई थी कि मुजीबुर्रहमान की पुण्यतिथि और जन्मदिन मनाने पर भी रोक लगा दी गई है।
25 नवंबर को बांग्लादेश में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन पर चटगांव में भगवा झंडा फहराने और देश के झंडे के अपमान का आरोप था।इसके बाद पूरे बांग्लादेश में उनकी रिहाई के लिए प्रदर्शन होने लगे। बाद में दास को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इसके बाद हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव है।