यूपी को रिंग रेल की मिली बड़ी सौगात, 45 दिन में 13 हजार ट्रेनों का संचालन
नईदिल्ली, महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए केंद्र सरकार ने यूपी को बड़ी सौगात दी है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाकुंभ को लेकर रिंग रेल की व्यवस्था की घोषणा कर दी है. 45 दिनों तक 13 हजार ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. यह ट्रेनें प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या तक के लिए चलाई जाएगी.इसके तहत तीन हजार स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएगी और 10 हजार रेगुलर ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस रिंग रेल से करीब 1.5-2 करोड़ श्रद्धालु यात्रा कर सकते हैं. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि महाकुंभ को देखते हुए रेलवे भी पिछले तीन साल से इसकी तैयारी कर रहा था.
इसे लेकर कई रेलवे स्टेशनों पर नए वेटिंग एरिया भी बनाए गए हैं. रेल प्रशासन ने यह भी कहा कि बाबा की नगर काशी विश्वनाथ से महाकुंभ मेले के लिए 22 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. बता दें कि केंद्रीय रेल मंत्री खुद ही महाकुंभ का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे, जहां उन्होंने रिंग रेल की घोषणा की.इन रिंग रेल में प्रयागराज-अयोध्या, वाराणसी-प्रयागराज, अयोध्या-काशी और प्रयागराज सर्किल शामिल होगा. इतना ही नहीं महाकुंभ को देखते हुए तमिलनाडु, मुंबई समेत कई शहरों के लिए प्रयागराज तक के लिए आरक्षित ट्रेनें चलाई जा रही है. रेलवे प्रशासन इसकी भी तैयारी कर रही है कि रेल से सफर करने वाले यात्रियों को बिना लाइन लगे भी टिकट मिल जाए. इसके लिए वेटिंग रूम और आश्रय स्थल पर रेलवे कर्मचारी मौजूद होंगे जो टिकटिंग मशीन के जरिए यात्रियों को टिकट देंगे.साथ ही टिकट के लिए यात्री मोबाइल एप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए रेलवे ने कई अनारक्षित टिकट काउंटर भी बनाया है. महाकुंभ में अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को भाषा की दिक्कत ना हो. रेलवे इसकी भी तैयारी कर रहा है. भारत में कई ऐसे राज्य हैं, जहां के लोग हिंदी भाषी नहीं है. इसलिए रेलवे प्रशासन 12 क्षेत्रीय भाषाओं की भी एक पॉकेट बुलकेट तैयार कर रही है. स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए 18 हजार आरपीएफ और जीआरपी के जवान भी तैनात किए जा रहे हैं.
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