भारत दर्शन-शैक्षिक भ्रमण कर आए छात्र-छात्राओं के दल ने राज्यपाल से की मुलाकात
भ्रमण से जो भी सीखा, उसे अपने जीवन में लागू करें और अपनी सोच को वैश्विक स्तर पर विस्तारित करें बच्चे : राज्यपाल
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में भारत दर्शन-शैक्षिक भ्रमण कर आए छात्र-छात्राओं के दल ने मुलाकात की। छात्र-छात्राओं ने भ्रमण के दौरान हुए अपने अनुभवों को राज्यपाल से साझा किया। 09 दिसंबर को हाईस्कूल परीक्षा-2024 के टॉपर 157 छात्र-छात्राओं ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और दिल्ली के प्रमुख शैक्षिक और तकनीकी संस्थानों के साथ-साथ ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शैक्षिक भ्रमण शिक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहता बल्कि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव और व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के भ्रमण छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और जीवनशैली से परिचित कराते हैं, जिससे उनकी सोच में उदारता और मानवता के प्रति सहानुभूति जागृत होती है। राज्यपाल ने कहा कि भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को न केवल उच्च शिक्षा संस्थानों की जानकारी देना है, बल्कि उन्हें अन्य राज्यों की संस्कृति और तकनीकी उपलब्धियों से परिचित कराना है। साथ ही, यह छात्रों को अपने प्रदेश की संस्कृति को साझा करने का अवसर भी प्रदान करता है। राज्यपाल ने छात्रों से कहा कि आज का युग ज्ञान और कौशल का है, और छात्रों को अपने सपनों को बड़ा रखना चाहिए। उन्होंने छात्रों को बड़े लक्ष्य और बडे़ सपने देखने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि इस भ्रमण से जो भी सीखें, उसे अपने जीवन में लागू करें और अपनी सोच को वैश्विक स्तर पर विस्तारित करें। राज्यपाल ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि बच्चों के भ्रमण से प्राप्त अनुभव भी लिए जांए। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे अन्य बच्चे भी बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगे। इस अवसर पर सचिव श्री रविनाथ रामन ने इस शैक्षिक भ्रमण के उद्देश्य और भ्रमण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा झरना कमठान, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. एस. बी. जोशी, अपर निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती, संयुक्त निदेशक डॉ. आनंद भारद्वाज सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।