कोरोना खौफ: बाजार में मेंहदी लगाने कम पहुंची महिलाएं
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। करवाचौथ पर्व बुधवार को है। इसको लेकर शहर में जगह-जगह मेहंदी लगाने के लिए स्टाल लगाए गए थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते मेहंदी लगाने में इस बार अधिकांश महिलाओं ने अतिरिक्त सतर्कता बरती और घर पर ही मेहंदी लगाई। हालांकि 200 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक की मेहंदी इस दौरान महिलाओं ने लगवाई।
पति की लंबी आयु और सलामती के लिए रखे जाने वाले करवाचौथ व्रत की तैयारियों को लेकर मंगलवार को सुहागिनों में होड़ मची रही। करवाचौथ का व्रत सुहागिनों के बहुत ही अहम होता है। वह पति की लंबी उम्र व सलामती के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सुहागिन महिलाएं शाम को सोलह श्रृंगार कर विधि-विधान से पूजन-अर्चना करती है। व्रत की तैयारी को लेकर एक दिन पूर्व मंगलवार को सुहागिन महिलाएं उत्साहित दिखीं। वहीं बाजार में कपड़े व ज्वेलरी की खरीदारी को लेकर भी दुकानों पर लोगों की भीड़ रही। कपड़ों की भी खूब खरीदारी होती रहती है। करवाचौथ के व्रत को लेकर जगह-जगह मेंहदी डिजाइनरों ने स्टाल लगा रखा था। ब्यूटी पार्लर, सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों के पास खासतौर पर इनके स्टाल लगे हुए थे। महिलाओं ने पूजन व सौंदर्य के सामानों की खरीदारी के बाद मेहंदी डिजाइनरों के स्टाल पर पहुंचकर मेहंदी रचाई। महिलाओं में पिया के नाम की मेहंदी रचाने की होड़ लगी रही। करवा चौथ पर महिलाएं बड़ी तादाद में हाथों में मेहंदी लगाती, जिससे मेहंदी लगाने वालों को भी रोजगार मिल रहा था। लेकिन, इस बार महिलाएं अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है और घर में ही मेहंदी रचाने को प्राथमिकता दे रही हैं। मेहंदी लगाने वाले योगेश ने बताया कि ब्राइडल मेंहदी 1500 से 2000 रूपये तक लगाई जा रही है। जबकि केवल हाथों में 200 से 300 रूपये तक लगाई जा रही है। गत वर्षों तक महिलाएं मेहंदी के लिए एडवांस बुकिग करवाती थी, लेकिन इस वर्ष बहुत कम महिलाएं मेहंदी लगवाने पहुंच रही हैं।