देहरादून। चारधाम के होटल कारोबारियों ने सरकार से चारधाम यात्रा के दौरान प्रतिदिन दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या तय न करने का अनुरोध किया है। कारोबारियों ने कहा कि यात्रियों का पंजीकरण कराया जाए लेकिन दर्शन की लिमिट तय न की जाए। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के होटल कारोबारियों की मंगलवार को अग्रवाल धर्मशाला में बैठक आयोजित हुई। जिसमें चारों धामों की होटल एसोसिएशन को मिलाकर देवभूमि चारधाम होटल एसोसिएशन का गठन करने का निर्णय लिया गया। नई एसोसिएशन में अध्यक्ष पद पर राजेश मेहता जबकि महामंत्री पद पर निखिलेश सेमवाल को चुना गया। इसके अलावा संगठन की कार्यकारिणी के विभिन्न पदों पर शोभन सिंह राणा, प्रेम दत्त गोस्वामी, शैलेश ध्यानी, अनिल नौटियाल, अमित मैखंडी, पुरूषोतम उनियाल, संदीप राणा को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया। जबकि रजनीकांत सेमवाल, चंडी प्रसाद तिवारी, यमुना रेवानी एवं जोगेंद्र सिंह राणा को संरक्षक बनाया गया है।
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सरकार से समन्वय कर यात्रा को बेहतर बनाने के प्रयास
नवगठित एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता ने कहा कि इस संगठन को बनाने का मुख्य उद्देश्य चार धाम यात्रा को बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार से समन्वय बनाकर यात्रा को ऐतिहासिक बनाने में सहयोग किया जाएगा। इसके साथ ही सभी धामों की समस्याओं को भी सरकार तक पहुंचाया जाएगा। मेहता ने कहा कि चारधाम यात्रा में पंजीकरण की व्यवस्था तो ठीक है लेकिन दर्शन के लिए लिमिट तय नहीं की जानी चाहिए। इस संदर्भ में सरकार से बातचीत की जाएगी। बैठक में डॉ बृजेश सती, प्रवीण ध्यानी, उमेश सती, गौरव पंचभैया, सुरेश सेमवाल, अनिल नौटियाल, महेश सेमवाल, विपुल डिमरी, धर्मेंद्र नैथानी,मनोज तिवारी, बचन सिंह, लक्ष्मण मेहता, विकाश तीनसोला और देवेश आदि मौजूद रहे।