श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन बंद किए जाने पर श्रीनगर निवासी शकुंतला देवी ने एसडीएम श्रीनगर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। आंदोलनकारी शकुंतला ने कहा कि उन्हें 2016 से पेंशन प्राप्त होती थी। बताया कि रामपुर तिराहा घटना में वह खुद घायल हुई थीं और 1994 से 2004 तक उन्होंने आंदोलन में भागीदारी की। बावजूद इसके जुलाई 2018 में बिना सूचित किए उनकी पेंशन को बंद कर दिया गया। वह शासन स्तर से लेकर कई प्रतिनिधियों को पत्राचार कर चुकीं हैं और अपनी पेंशन की मांग को लेकर दरबदर ठोकर खाने को मजबूर हैं। उन्होंने अन्य आंदोलनकारियों का हवाला देते हुए 10 मार्च तक समस्या का समाधान कर पेंशन को सुचारू दिये जाने की मांग की है। कहा कि यदि सरकार उनकी मांग नहीं सुनती है आंदोलनकारी धरना प्रदर्शन के लिये बाध्य होंगे।