उत्तरकाशी। टौंस वन प्रभाग के वन बीट अधिकारियों और वन आरक्षियों का पांच सूत्री मांगों को लेकर धरना और अनिश्चित कालीन कार्यबहिष्कार पांचवें दिन भी जारी रहा। गोविंद वन्य जीव के फॉरेस्ट गार्ड और वन बीट अधिकारियों ने भी आंदोलन को समर्थन देते हुए धरने पर बैठे। संगठन के अध्यक्ष नितिन पंचोला ने कहा कि वन सेवा नियमावली 2016 की बहाली, वन दरोगा में विभागीय पदोन्नति, आरक्षी वर्दी नियमों में संसोधन, सुरक्षा उपाय, फील्ड कर्मचारियों को आवास भत्ता इन पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शासन से अभी 14 फरवरी को संगठन के पदाधिकारियों के साथ वार्ता हुई थी, जिसमें शासन द्वारा मौखिक आश्वासन दिया गया। लेकिन संगठन ने निर्णय लिया है कि जब तक लिखित आश्वासन या शासनादेश जारी नहीं होता है, तब तक धरना व कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। वहीं वन वीट अधिकारियों के कार्य बहिष्कार से वन विभाग के कामकाज पर असर पड़ रहा है। खासकर वनाग्नि की घटनाओं से निपटने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। पांचवें दिन धरने पर संगीता बोहरा, प्रेम सिंह पंवार, नीलम, आंचल, सुषमा, सकल चंद, अश्विनी राणा, प्रवेश, धीरज, ऋषिमोहन, राहुल, दिलीप भट्ट, धर्मेंद्र ज़्याडा, राजवीर सिंह, समूर्णा नंद आदि वनकर्मी मौजूद थे।