श्रीनगर गढ़वाल : श्रीनगर-धारी देवी-देवलगढ़-खिर्सू पौड़ी पर्यटन सर्किट के अंतर्गत कमलेश्वर महादेव मंदिर के सौंदर्यीकरण का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। एक करोड़ 16 लाख 44 हजार रुपये की लागत से कमलेश्वर मंदिर का सौन्दर्यीकरण के कार्य को पूर्ण किया जाएगा, जिसके अंतर्गत निर्माण दायी संस्था गढ़वाल मंडल विकास निगम लि. द्वारा मंदिर गेट के निर्माण कार्य और कक्षों का निर्माण कार्य किया जाना है। जबकि इससे पहले कमलेश्वर महादेव मंदिर में पर्यटन सर्किट के तहत गोशाला, भंडारण गृह का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
बताते चलें कि बीते 2023 में कैबिनेट मंत्री एवं स्थानीय विधायक डॉ. धन सिंह रावत ने श्रीनगर-धारी देवी-देवलगढ़-खिर्सू पौड़ी पर्यटन सर्किट के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। जिसके तहत सिद्धपीठ धारी देवी, देवलगढ़ स्थित सिद्धपीठ राजराजेश्वरी मंदिर, गौरा देवी मंदिर सहित सिद्धपीठ कमलेश्वर महादेव मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोड़ा जाना था। जिसमें देवलगढ़ और कमलेश्वर मंदिर में निर्माण कार्य गतिमान है। पूर्व में खड़े दिये अनुष्ठान से पहले कमलेश्वर निवासियों ने पर्यटन सर्किट का निर्माण कार्य शुरू न होने पर प्रशासन के खिलाफ कड़ा रोष व्यक्त किया था, लेकिन अब निर्माण कार्य शुरू होने से स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का आभार व्यक्त किया। सिद्धपीठ कमलेश्वर महादेव मंदिर के मंहत आशुतोष पुरी ने बताया कि पर्यटन सर्किट के अंतर्गत कमलेश्वर मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। कहा कि अब सिद्धपीठ कमलेश्वर महादेव भव्य रूप में नजर आएगा। कमलेश्वर मंदिर के पर्यटन सर्किट में जुड़ने से यात्रा काला में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे और मंदिर के पौराणिक और वास्तविक स्वरूप को पहचान सकेंगे। महंत ने कमलेश्वर मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोड़े जाने पर कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत का आभार व्यक्त किया। (एजेंसी)
क्या कहते है अधिकारी
मुकेश बेनीवाल, सहायक अभियंता, गढ़वाल मंडल विकास निगम देहरादून ने बताया कि पर्यटन सर्किट के निर्माण कार्य को दूसरी किस्त देरी से मिलने के बाद कमलेश्वर महादेव मंदिर के सौन्दर्यीकरण का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। एक करोड़ 16 लाख 44 हजार रूपये की लागत से कमलेश्वर मंदिर में गेट का निर्माण कार्य, मंदिर प्रागंण में टाइल्स लगाने और धर्मशाला का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाएगा। धारी देवी में शासन स्तर से योजना को जल्द पैसा मिलने के उपरांत ही योजना का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा सकेगा।