हरिद्वार। गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के वनस्पति एवं सुक्ष्मजीव विज्ञान विभाग के छात्रों ने गुरुकुल कांगड़ी फार्मेसी का भ्रमण किया। कौशल विकास पाठ्यक्रम के अन्तर्गत विश्व की प्राचीनतम एवं प्रमाणिक गुरूकुल कागडी फार्मेसी का भ्रमण एव अवलोकन किया। इस दल में लगभग 50 छात्र शामिल रहे। इस अवसर पर छात्र विशेष रूप से किडवन /फर्मन्टैसन के लिए उपयोग होने वाले (प्राचीन उपकरणों) लकड़ी के विशेष विधि से बने लकड़ी के डमों (डोल) को देखा|
इस अवसर पर प्रो0 मुकेश कुमार विभागाध्यक्ष वनस्पति एवं सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग के छात्रों को आयुर्वेद की उपयोगिता एवं जीवन में उनके उपयोग की महत्ता को बताया। तथा इसको अपने जीवन में इसकी रोजमर्रा उपयोग की जानकारी दी। इस अवसर पर गुरूकुल कांगड़ी फार्मेसी के जनरल मैनेजर डा0 अन्नत कृष्णा पिल्लई ने छात्रों को फार्मेसी क्षेत्र में उपलब्ध रोजगार एवं उद्योग स्थापन आदि के बारे में जानकारी देते हुए कौशल विकास की महत्ता एवं उपयोगिता के विषय में जानकारी दी ।
इस अवसर पर डा विनीत कुमार विश्नोई ने छात्रों को किडवन /फर्मन्टैसन के तकनीकों को समझाया| डा0 चिरंजीव बैनर्जी ने छात्रों को अमृत रसायन, ब्रह्मीरसायन, शिलाजीत, सूर्यतापी जैसे आयुर्वेदिक औषधियों के जैव रसायन एवं रासायनिक प्रक्रिया को समझाया। डा0 संदीप कुमार ने छात्रों को गुरूकुल चाय, च्यवनप्राश पायोकिल एवं चन्द्रप्रभा वटी आदि उत्पादों में उपयोग होने वाले औषधीय पौधों एवं उनके वानस्पतिक नाम एवं पहचान से अवगत कराया ।
इस अवसर पर वरिष्ट लेखाकार शांनु प्रजापति, अमरीश कुमार, विक्रम, मनोज सिंह, अरुण कुमार, शमरेन्द्र रतूड़ी एवं गुरप्रीत सिंह मौजूद रहें ।