जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति ने चिकित्सकों से नेशनल मेडिकल काउंसिल के निर्देशों का पालन करते हुए रोगियों के पर्चे पर जेनेरिक दवाएं लिखने की मांग की है। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि मंहगी अंग्रेजी दवा खरीदने में असमर्थ रोगियों को आवश्यक दवाओं से वंचित रहकर जान जोखिम में डालनी पड़ती है। कहा कि रोगियों का सर्वाधिक व्यय दवाईयों पर होेता है। कहा कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तराखण्ड एवं एनएससी के निर्देशों का पालन करते हुए चिकित्सकों को रोगियों के पर्चें पर जेनेरिक दवाई लिखनी चाहिए।
कोटद्वार में आयोजित समिति की एक बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जेनेरिक दवाएं अंग्रेजी दवाओं के समान ही असरकारक और सस्ती भी होती हैं, लेकिन चिकित्सकों द्वारा अंग्रेजी दवाएं लिखने से आर्थिक रूप से कमजोर लोग दवा नहीं खरीद पाते हैं। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले से प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य महानिदेशालय को अवगत कराने पर समस्त चिकित्सकों को जेनेरिक दवाएं लिखने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी भी मरीजों के पर्चों पर अंग्रेजी एवं महंगी दवाएं लिखी जा रही हैं। समिति ने इस पर सख्ती से रोक लगाने की मांग की है। उधर, समिति की मांग पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने पर सरकार का आभार भी जताया गया। राजेंद्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई बैठक में गजे सिंह रावत, कुंवर सिंह रावत, चंद्र सिंह नेगी, गंभीर सिंह असवाल, नारायण सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।