जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सनेह क्षेत्र के अन्तर्गत विशनपुर शिव मंदिर में आयोजित भागवत कथा में आचार्य रोहित लखेड़ा ने कहा कि प्रत्येक जीव को संचालित करने वाली आत्मा परमात्मा का ही अंश है। आत्मा का परमात्मा से मिलना ही मानव जीवन का उद्देश्य है। भागवत कथा आत्मा से परमात्मा के मिलन में सेतू का कार्य करती है। कहा कि मानव जीवन में जो प्राप्त है उसे ही पर्याप्त समझा जाना चाहिये।
आचार्य रोहित लखेड़ा ने कहा कि आत्मा के रूप में परमात्मा जब तक हमारे शरीर में विद्यमान हैं तब तक हम खुश हैं, खेल रहे हैं, लेकिन जब परमात्मा रुपी आत्मा हमारे शरीर से निकल जाती है तब हमारा शरीर जड़ हो जाता है। इसमें किसी तरह की हरकत नहीं होती। इसलिए, जीवन में सदैव परमात्मा का ध्यान करते रहें। हर जीव पर दया का भाव रखें। दया स्वार्थ की नहीं होनी चाहिए। बल्कि यदि हमारा दुश्मन मुसीबत में है तो हमें उसकी भी मदद करनी चाहिए। इस मौके पर आचार्य राकेश चंद्र लखेड़ा, मंदिर समिति के अध्यक्ष महानन्द ध्यानी, विक्रम जोशी आदि मौजूद रहे।