नई टिहरी : अरुणाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमण्डल ने टिहरी बांध परियोजना के विभिन्न कार्यस्थलों एवं बांध प्रभावित क्षेत्रों, पुनर्वास स्थलों, नई टिहरी शहर एवं परियोजना प्रभावित ग्रामों का भ्रमण किया। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को भारत सरकार एवं अरुणाचल प्रदेश सरकार ने विद्युत क्षेत्र में विद्युत उत्पादन के लिए अरुणाचल प्रदेश के लोहित घाटी में कलाई-टू 1200 मेगावाट जल विद्युत परियोजना को कार्यान्वित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी परिप्रेक्ष्य में टिहरी बांध का भ्रमण प्रतिनिधिमंडल ने किया। अरुणाचल प्रदेश के जिला हवाई अंजा के डीएम मिलो कोजिन के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधिमण्डल भ्रमण में शामिल रहे। प्रतिनिधिमण्डल का उदेश्य टिहरी बांध परियोजना का निर्माण एवं परियोजना से हुए पुनर्वास एवं विकास संबंधी जानकारी लेना रहा। प्रतिनिधिमण्डल ने टिहरी बांध का निर्माण किस प्रकार से हुआ है तथा परियोजना निर्माण से हुए प्रभावित परिवारों का पुनर्वास एवं विकास किस तरह से किया गया है। परियोजना स्थलों के भ्रमण एवं पुनर्वास किए गए स्थलों के बारे में जानकारी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अधिकारीगणों से प्राप्त की। जिससे कलाई-टू परियोजना से बांध प्रभावित परिवारों का बेहतरीन पुनर्वास एवं विकास किया जा सके। टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए बांध निर्माण एवं पुनर्वास संबंधी सम्पूर्ण जानकारी से अवगत कराया एवं अरुणाचल प्रदेश में अन्य परियोजनाओं को लेने तथा निर्माण हेतु चर्चा की। परियोजना भ्रमण एवं पुनर्वास स्थलों के भ्रमण के दौरान प्रतिनिधिमण्डल द्वारा टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की टिहरी परियोजना निर्माण के कार्यस्थलों, भूमिगत पावर हाउस एवं टिहरी जलाशय के आसपास के बांध प्रभावित क्षेत्रों तथा पुनर्वासित नई टिहरी शहर के विभन्न स्थलों का निरीक्षण टीएचडीसी अधिकारियों के साथ किया गया। टीएचडीसी अधिकारियों ने टिहरी बांध निर्माण एवं परियोजना से प्रभावित गांवों तथा पुनर्वास संबंधी जानकारी से प्रतिनिधिमण्डल को अवगत कराया। प्रतिनिधिमण्डल ने टिहरी बांध निर्माण एवं पुनर्वास के किए गए कार्यों की सराहना की। (एजेंसी)