जानें कैसे टीमवर्क से सुचारू हुआ दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन

Spread the love

महाकुंभ 2025: प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मंडार के नेतृत्व में भीड़ प्रबंधन के नए मानक स्थापित
प्रयागराज,  महाकुंभ 2025 अपने चरम पर है, और हर दिन करोड़ों श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इतने बड़े पैमाने पर लोगों का आना प्रशासन के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं, लेकिन अब तक सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हो रही हैं। कुशल प्रबंधन और अनुशासनिक कड़े नियमों के चलते अब तक यह आयोजन एक मिसाल बना हुआ है। जिले की कमान संभाल रहे हैं जि़ला मजिस्ट्रेट रविंद्र कुमार मंडार, जो न सिर्फ खुद हर व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं, बल्कि प्रशासनिक टीम को भी पूरी तरह सक्रिय रखे हुए हैं। महाकुंभ का आयोजन जितना धार्मिक आस्था से जुड़ा है, उतना ही प्रशासनिक दक्षता और टीमवर्क की परीक्षा भी है। भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता, सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन सहायता को प्रभावी तरीके से लागू करना सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। रविंद्र कुमार मंडार, जो पहले भी अपनी प्रशासनिक निपुणता के लिए प्रधानमंत्री से सम्मान प्राप्त कर चुके हैं, इस चुनौती को पूरी संजीदगी से संभाल रहे हैं। बीते 40 दिनों से वह प्रतिदिन लगभग 22 घंटे तक काम कर रहे हैं ताकि हर छोटी-बड़ी व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा सके। प्रयागराज रेलवे स्टेशन, जो इस दौरान सबसे व्यस्त स्थानों में से एक बन गया है, वहां भीड़ को सुव्यवस्थित रखने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। सटीक दिशानिर्देश, अलग-अलग निकासी मार्ग, रियल-टाइम संचार व्यवस्था और प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती के चलते श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। इसके अलावा, पूरे शहर में अस्थायी चिकित्सा केंद्र, आपातकालीन सेवाएं, खाने-पीने की सुव्यवस्था और रहने की उचित व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा पर्याप्त संख्या में स्वच्छता केंद्र स्थापित किए गए हैं। रविंद्र कुमार मंडार खुद इन व्यवस्थाओं का लगातार जायजा ले रहे हैं और जहां जरूरत पड़ रही है, वहां तुरंत फैसले लेकर सुधार भी कर रहे हैं। महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन को सफल बनाने में सिर्फ एक व्यक्ति की मेहनत ही नहीं, बल्कि एक मजबूत टीम की भूमिका भी अहम होती है। पुलिस बल, सफाई कर्मचारी, चिकित्सा दल, स्वयंसेवक और अन्य प्रशासनिक अधिकारी—हर कोई अपने हिस्से की जि़म्मेदारी निभा रहा है। हर किसी का एक ही लक्ष्य है कि श्रद्धालु यहां से एक सकारात्मक और सुरक्षित अनुभव लेकर लौटें। जैसे-जैसे महाकुंभ समाप्ति की और बढ़ रहा है, प्रयागराज प्रशासन की रणनीति और टीमवर्क की सराहना की जा रही है। इस आयोजन ने यह दिखाया है कि सही नेतृत्व, ठोस योजना और समर्पित टीमवर्क के बल पर किसी भी बड़े आयोजन को सफलतापूर्वक संचालित किया जा सकता है। आने वाले दिनों में भी प्रशासन की चुनौती बनी रहेगी, लेकिन अब तक जो व्यवस्थाएं बनी हुई हैं, वह इसे अब तक का सबसे व्यवस्थित और सफल महाकुंभ बनाने की दिशा में आगे बढ़ा रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *